प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ। श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट संदेश में कहा,’ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं। उनके उच्च विचार लाखों देशवासियों के लिए प्रेरणादाई हैं। डॉक्टर मुखर्जी ने अपना संपूर्ण जीवन देश की अखंडता और प्रगति को समर्पित कर दिया था। उन्होंने एक शिक्षाविद और बुद्धिजीवी के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई।’
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक निशान, एक विधान’ के प्रणेता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के लिए देशहित से ऊपर कुछ नहीं था। भारत की अखंडता के लिए उनके बलिदान और संघर्ष ने कश्मीर और बंगाल को देश का अभिन्न अंग बनाए रखा। डॉ. मुखर्जी राष्ट्र पुनर्निर्माण में स्वदेशी नीतियों के दृढ़ समर्थक थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने अपनी दूरदर्शी सोच से देश में शिक्षा, स्वास्थ्य व औद्योगिक विकास की मजबूत नींव रखने और सामरिक दृष्टि से भारत को सशक्त बनाने में अहम योगदान दिया। उनके सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के विचार चिरकाल तक प्रासंगिक रहेंगे। ऐसे अप्रतिम राष्ट्रनायक की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन।
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर मुखर्जी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में मंत्री थे, लेकिन पंडित नेहरू के साथ मतभेदों के चलते वह सरकार से अलग हो गए और बाद में उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की। इसी जनसंघ से बाद में भारतीय जनता पार्टी अस्तित्व में आई।