कांग्रेस ने सऊदी अरब के युवराज (वली अहद) मोहम्मद बिन सलमान का प्रोटोकॉल से इतर जाकर स्वागत किए जाने को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और आरोप लगाया कि प्रोटोकॉल तोड़ने में मोदी तो मानो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ, जैसे प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
पार्टी ने आतंकी मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध के संदर्भ में सऊदी अरब का समर्थन नहीं मिलने को प्रधानमंत्री मोदी की ‘कूटनीतिक विफलता’ भी करार दिया और कहा कि इस पर प्रधानमंत्री को देश की जनता को जवाब देना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की अगवानी करने और प्रोटोकॉल तोड़ने में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं जबकि इसकी कोई जरूरत और औचित्य नहीं है।
सबसे ज्यादा खराब बात यह है कि साझा बयान में जैश-ए-मोहम्मद और मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने के संदंर्भ में कुछ नहीं कहा गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि पुलवामा में हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद सऊदी अरब के युवराज ने पाकिस्तान का दौरा किया और मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने तथा जैश-ए-मोहम्मद को आतंकी संगठन घोषित करने का समर्थन करने से इनकार किया।’’
आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि यह स्पष्ट रूप से कूटनीतिक विफलता है जिसके लिए प्रधानमंत्री को देश को जवाब देना चाहिए। गौरतलब है कि मंगलवार की रात मोहम्मद बिन सलमान के आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकाल से अलग हटते हुए स्वयं उनकी आगवानी की। सऊदी अरब के युवराज भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए हैं । इससे पहले बिन सलमान पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे जहां दोनों देशों के बीच 20 अरब डॉलर के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे।