आज PM ने हमेशा की तरह मन की बात कार्यकर्म के 91 वें संस्करण को सम्बोधित किया। ऐसे ही बात दें PM नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से आज अपील की कि वे देश के विभिन्न प्रदेशों के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में देश के प्राचीन इतिहास को देखने के लिए आदिवासी मेलों का भ्रमण करें और वहां की तNस्वीरों को सार्वजनिक मंचों पर साझा करें। आगे PM ने कहा कि हमारे देश में अलग- अलग राज्यों में आदिवासी समाज के भी कई पारंपरिक मेले होते हैं।
इतिहास को देखने के लिए आदिवासी मेलों का भ्रमण करें – PM
इतना ही नहीं श्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बस्तर के नारायणपुर का ‘मावली मेला’ भी बहुत खास होता है। पास ही मध्य प्रदेश का ‘भगोरिया मेला’ भी खूब प्रसिद्ध है। PM ने कहा कहते हैं कि भगोरिया मेले की शुरूआत, राजा भोज के समय में हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मेले अपने आप में, हमारे समाज, जीवन की ऊर्जा का बहुत बड़ स्त्रोत होते हैं। आपके आस-पास भी ऐसे ही कई मेले होते होंगे। हमारे युवाओं को इनसे जरुर जुड़ना चाहिए और आप जब भी ऐसे मेलों में जाएं, वहां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी साझा करें। आप चाहें तो किसी खास हैशटैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे उन मेलों के बारे में दूसरे लोग भी जानेंगे। आप संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट पर भी तस्वीरें अपलोड कर सकते हैं।
जब भी मेलों में जाएं वहां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी साझा करें- PM
’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले कुछ दिन में संस्कृति मंत्रालय एक प्रतियोगिता भी शुरू करने जा रहा है, जहाँ, मेलों की सबसे अच्छी तस्वीरें भेजने वालों को इनाम भी दिया जाएगा तो फिर देर नहीं कीजिए, मेलों में घूमियें, उनकी तस्वीरें साझा करिए, और हो सकता है आपको इसका ईनाम भी मिल जाए।’’