प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से दिया गया भाषण अब तक के सबसे लंबे भाषणों में से एक था। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लगातार छठी बार दिए गए उनके भाषण की अवधि 95 मिनट थी।
सार्वजनिक पटल पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने सबसे लंबा भाषण 2016 में दिया था जब वह करीब 96 मिनट बोले थे। पिछले साल उन्होंने 80 मिनट तक भाषण दिया था। वहीं 2017 में उनके भाषण की अवधि 56 मिनट रही और 2015 में 86 मिनट। प्रधानमंत्री के तौर पर 2014 में स्वतंत्रता दिवस के अपने पहले भाषण में मोदी ने करीब 65 मिनट तक बोला था।
PM मोदी के भाषण की मुख्य बातें :
– भारत में असंख्य चुनौतियों का सामना करने के लिए अब निर्णायक नेतृत्व होने का दावा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ’ (सीडीएस) का पद सृजित करने की घोषणा की तथा जम्मू कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का संकल्प व्यक्त किया।
– स्वाधीनता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से उन्होंने अपने संबोधन में “जनसंख्या विस्फोट” पर लगाम लगाने का आह्वान करते हुए ‘एक राष्ट्र एक चुनाव ’ का भी उल्लेख किया।
– जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के सरकार के कदम की पृष्ठभूमि में मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के सपनों को पंख लगाना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है।
– प्रधानमंत्री ने अपने करीब 95 मिनट के भाषण में देश के प्रत्येक घर में पाइप के जरिये पेयजल आपूर्ति सहित कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले पांच साल में लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम किया था और दूसरे कार्यकाल में वह लोगों की आकांक्षाओं एवं सपनों को पूरा करने का काम करेगी।
– लगातार छठी बार अपने स्वाधीनता दिवस संबोधन में मोदी ने सीमा पार आतंकवाद, भ्रष्टाचार, गरीबी, जीवन की सुगमता सुनिश्चित करने, एक बार इस्तेमाल योग्य प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने, फर्टिलाइजर के उपयोग को हतोत्साहित करने और जल संरक्षण सहित विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
– सफेद कुर्ता और रंग-बिरंगा साफा पहने मोदी ने आम चुनाव में भाजपा को मिली बड़ी जीत का जिक्र किया और कहा, “देशवासियों ने जो काम दिया, हम उसे पूरा कर रहे हैं।”
-प्रधानमंत्री ने कहा कि पानी के संकट को दूर करने के प्रयास के तहत ‘जल जीवन मिशन’ को आगे बढ़ाया जाएगा और आने वाले वर्षों में इसके तहत साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी।
– प्रधानमंत्री मोदी ने देश में जनसंख्या विस्फोट पर चिंता जताते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए नई चुनौतियां पेश करता है। मोदी ने कहा कि इससे निपटने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या चिंता का विषय है और समाज का एक छोटा वर्ग जो अपना परिवार छोटा रखता रहा है, वह सम्मान का हकदार है। जो वे कर रहे हैं वह एक प्रकार की देशभक्ति है।
– तीन तलाक के खिलाफ हाल ही में संसद से पारित विधेयक का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया और आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून में संशोधन भी किया गया।
– प्रधानमंत्री ने लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने की जरूरत पर एक बार फिर जोर देते हुए कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की अवधारणा देश को महान बनाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जीएसटी ने ‘एक देश, एक कर‘ के सपने को सच किया और भारत ने ऊर्जा के क्षेत्र में एक देश, एक ग्रिड की उपलब्धि भी हासिल की है। बता दें कि मोदी की अगुवाई में भाजपा ने 2019 के आम चुनाव में लोकसभा की 543 में से 303 सीटों पर सफलता पायी जबकि 2014 में पार्टी को 282 सीटें मिली थी।