भारत पर कहर बनकर टूट रही है प्रकृति कभी तूफान ताउते तो कभी तूफान यास, देश में चक्रवात यास से निपटने के लिए हर संभव तैयारी की जा रही है। इस चक्रवात से 26 मई को उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सुंदरवन के बीच एक लैंडफॉल बनने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह चक्रवात, तूफान ताउते के कुछ दिनों बाद देश में दस्तक देने आ रहा है, तूफान ताउते जिसने पश्चिमी तट पर कहर बरपाया। इसके चलते दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है।
इस स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार को 11 बजे चक्रवात यास की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे। इस हाई लेवल बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, बिजली, नागरिक उड्डयन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधी, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों के सचिव और अन्य मंत्री भी शामिल होंगे। बता दें कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान ‘यास’ में बदलने की संभावना है।
साथ ही साथ मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए भारतीय सेना ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इंजीनियर और टास्क फोर्स की तैनाती की है। वहीं नौसेना तूफान के संभावित खतरे से निपटने के लिए बाढ़ राहत एवं बचाव की 8 टीमों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भेजा है। इसके अलावा इंडियन नेवी ने गोताखोरों की 4 टीमों को भी इन राज्यों में भेजा है।