PM ने रक्षा मंत्रालय के नए दफ्तरों का किया उद्घाटन, सेंट्रल विस्टा पर बोले- सच सामने आते ही विरोधी चुप

पीएम मोदी ने कहा कि ये नया डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के कामकाज को अधिक सुविधाजनक, अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है।
PM ने रक्षा मंत्रालय के नए दफ्तरों का किया उद्घाटन, सेंट्रल विस्टा पर बोले- सच सामने आते ही विरोधी चुप
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रक्षा मंत्रालय के कार्यालय परिसरों का उदघाटन किया। अपने सम्बोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ये नया डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के कामकाज को अधिक सुविधाजनक, अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में आज हम देश की राजधानी को नए भारत की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के अनुसार विकसित करने की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहे हैं।
भारत की सैन्य ताकत को हम हर लिहाज से आधुनिक बनाने में जुटे हैं
ये नया डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के काम काज को अधिक सुविधाजनक, अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब भारत की सैन्य ताकत को हम हर लिहाज से आधुनिक बनाने में जुटे हैं, आधुनिक हथियार से लेस करने में जुटे हैं, सेना की जरूरत की खरीद तेज हो रही है, तब देश की रक्षा से जुड़ा कामकाज दशकों पुराने तरीके से हो, ये कैसे संभव हो सकता है?
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे डंडा लेकर पड़े थे कुछ लोग 
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे डंडा लेकर पड़े थे, वे बड़ी चालाकी से सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का ये भी एक हिस्सा है, जहां 7,000 से अधिक सेना के अफसर जहां काम करते हैं, वो व्यवस्था विकसित हो रही है उस पर बिल्कुल चुप रहते थे।
भारत की राजधानी ऐसी होनी चाहिए, जिसके केंद्र में लोक हो, जनता हो
उन्होंने कहा कि अब केजी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यु में बने ये आधुनिक ऑफिस, राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े हर काम को प्रभावी रूप से चलाने में बहुत मदद करेंगे। राजधानी में आधुनिक डिफेंस एऩ्क्लेव के निर्माण की तरफ ये बड़ा स्टेप है।पीएम मोदी ने कहा कि जब हम राजधानी की बात करते हैं तो वो सिर्फ एक शहर नहीं होता। किसी भी देश की राजधानी उस देश की सोच, संकल्प, सामर्थ्य और संस्कृति का प्रतीक होती है। भारत तो लोकतंत्र की जननी है। इसलिए भारत की राजधानी ऐसी होनी चाहिए, जिसके केंद्र में लोक हो, जनता हो।
आज हम Ease of living और Ease of doing business पर फोकस कर रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम Ease of living और Ease of doing business पर फोकस कर रहे हैं, तो इसमें आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की भी उतनी ही बड़ी भूमिका है। सेंट्रल विस्टा से जुड़ा जो काम आज हो रहा है, उसके मूल में यही भावना है। राजधानी की आकांक्षाओं के अनुरूप दिल्ली में नए निर्माण पर बीते वर्षों में बहुत जोर दिया गया है। जनप्रतिनिधियों के आवास हों, अंबेडकर जी की स्मृतियों को सहेजने के प्रयास हों, अनेक नए भवन हों, इन पर लगातार काम किया है।
जब नीति और नीयत साफ हो, इच्छाशक्ति प्रबल हो और प्रयास ईमानदार हों, तो कुछ भी असंभव नहीं होता
उन्होंने कहा कि डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स का जो काम 24 महीने में पूरा होना था वो सिर्फ 12 महीने में पूरा किया गया है।वो भी तब जब कोरोना से बनी परिस्थितियों में लेबर से लेकर तमाम दूसरी चुनौतियां सामने थीं। कोरोना काल में सैकड़ों श्रमिकों को इस प्रोजेक्ट में रोजगार मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब नीति और नीयत साफ हो, इच्छाशक्ति प्रबल हो और प्रयास ईमानदार हों, तो कुछ भी असंभव नहीं होता, सब संभव होता है। देश की नई पार्लियामेंट बिल्डिंग का निर्माण भी तय समय सीमा के भीतर पूरा होगा।
जर्जर हो चुके थे पुराने ऑफिस : राजनाथ सिंह 
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुराने रक्षा परिसर इतने जर्जर हो गए थे कि टूटने के कगार पर थे। अब 7,000 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी नए परिसर में अच्छी कार्यकारी परिस्थितियों में काम कर सकेंगे। ये परिसर 21वीं सदी की ज़रूरतों के हिसाब से बने हैं और यहां हर तरह की सुविधाएं भी हैं।
रक्षा मंत्रालय के ये कार्यालय परिसर कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू पर स्थित
रक्षा मंत्रालय के ये कार्यालय परिसर कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू पर स्थित हैं। ये दोनों कार्यालय सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत बनाए जा रहे डिफेंस एनक्लेव का हिस्सा है। इन कार्यालय परिसरों में करीब 7000 सैन्य और असैन्य अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था है इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, शहरी आवास और कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने रक्षा कार्यालय परिसरों का दौरा किया।

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