प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सामान्य पृष्ठभूमि से होने और कोई परिवारवादी या जातिवादी राजनीति का आधार न होने के बावजूद लोगों ने उन्हें पहले गुजरात में और फिर राष्ट्रीय स्तर पर सेवा करने का सौभाग्य दिया। वह यहां लड़कों के एक हॉस्टल की आधारशिला रखने के बाद वर्चुअल रूप से संबोधन कर रहे थे।
युवाओं, बेटे-बेटियों को आपके इन प्रयासों से एक नई दिशा मिलेगी- मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज फेज-1 हॉस्टेल का भूमिपूजन हुआ है और 2024 तक दोनों फेज का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कितने ही युवाओं, बेटे-बेटियों को आपके इन प्रयासों से एक नई दिशा मिलेगी, उन्हें अपने सपनों को साकार करने का अवसर मिलेगा। भारत इस समय अपनी आजादी के 75वें वर्ष में है। ये अमृतकाल हमें नए संकल्पों के साथ ही, उन व्यक्तित्वों को याद करने की भी प्रेरणा देता है, जिन्होंने जनचेतना जागृत करने में बड़ी भूमिका निभाई। आज की पीढ़ी को उनके बारे में जानना बहुत आवश्यक।’’
आपने मुझे अपना आशीर्वाद देकर गुजरात की सेवा का मौका 2001 में दिया था
मोदी ने कहा, ‘‘आप सभी के आशीर्वाद से मुझ जैसे अत्यंत सामान्य व्यक्ति को, जिसकी कोई पारिवारिक या राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी, जिसके पास जातिवादी राजनीति का कोई आधार नहीं था, ऐसे में आपने मुझे अपना आशीर्वाद देकर गुजरात की सेवा का मौका 2001 में दिया था।’’
पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल के दिखाए रास्ते पर चलने का अनुरोध किया
उन्होंने कहा, ‘‘आपके आशीर्वाद की ताकत इतनी बड़ी है कि आज 20 वर्ष से अधिक समय हो गया, फिर भी अखंड रूप से पहले गुजरात और आज पूरे देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है।’’ मोदी ने लोगों से भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा दिखाए रास्ते पर चलने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, ‘‘सरदार पटेल ने कहा था कि हमें जातियों और धार्मिक विश्वास को अपने लिए बाधा नहीं बनने देना चाहिए। हम सभी भारत के बेटे और बेटियां हैं तथा हम सभी को अपने देश से प्रेम करना चाहिए। हमें एक-दूसरे से भी प्रेम करना चाहिए।’’
मोदी ने कहा- भगवान राम के अनुसरण का अर्थ है मानवता का और ज्ञान का अनुसरण
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम के अनुसरण का अर्थ है मानवता का और ज्ञान का अनुसरण। इसलिए गुजरात की धरती से बापू ने रामराज्य के आदर्शों पर चलने वाले समाज की कल्पना की थी। मुझे खुशी है कि गुजरात के लोग उन मूल्यों को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आज की गई एक पहल भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है।’’