Lokmanya Tilak was a firm believer in Indian values and ethos. His views on subjects such as education and women empowerment continue to motivate several people. He was an institution builder, nurturing many top-quality institutions which have done pioneering work over the years.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2021
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भारत माता के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद को उनकी जयंती पर नमन किया। पीएम ने कहा कि अपनी युवावस्था के दौरान उन्होंने भारत को साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त कराने में खुद को झोंक दिया। वो एक भविष्यवादी विचारक भी थे और एक मजबूत और न्यायपूर्ण भारत का सपना देखते थे।
चंद्रशेखर आजाद का शौर्य ऐसा था कि अंग्रेज भी उनके सामने नतमस्तक हो जाते थे। आजाद ने बचपन से ही आजाद भारत के विचार को जिया व चरितार्थ किया और अंतिम सांस तक आजाद रहे। उनके बलिदान ने स्वाधीनता की जो लौ जगाई वो आज हर भारतवासी के ह्रदय में देशभक्ति की अमर ज्वाला बन धधक रही है। pic.twitter.com/CDwOOWAxfP
— Amit Shah (@AmitShah) July 23, 2021
इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर ट्वीट कर कहा कि चंद्रशेखर आजाद का शौर्य ऐसा था कि अंग्रेज भी उनके सामने नतमस्तक हो जाते थे। आजाद ने बचपन से ही आजाद भारत के विचार को जिया व चरितार्थ किया और अंतिम सांस तक आजाद रहे। उनके बलिदान ने स्वाधीनता की जो लौ जगाई, वो आज हर भारतवासी के ह्रदय में देशभक्ति की अमर ज्वाला बन धधक रही है।