प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों का विरोध करने वालों को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा ”जो लोग कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे हैं वे नहीं चाहते कि किसानों को खुले बाजार में अपनी उपज बेचने की स्वतंत्रता मिले। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग किसानों के खिलाफ हैं, वे चाहते हैं कि बिचौलिये पनपें।”
कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि “देश की किसानों, श्रमिकों और देश के स्वास्थ्य से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं। इन सुधारों से देश का श्रमिक सशक्त होगा, देश का नौजवान सशक्त होगा, देश की महिलाएं सशक्त होंगी, देश का किसान सशक्त होगा। लेकिन आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं।”
उन्होंने विरोध को लेकर कहा कि “आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। जिन सामानों की, उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं।”
देश ने देखा है कि कैसे डिजिटल भारत अभियान ने लोगों की कितनी मदद की
प्रधानमंत्री ने कहा कि “इस कालखंड में देश ने देखा है कि कैसे डिजिटल भारत अभियान ने, जनधन बैंक खातों ने लोगों की कितनी मदद की है। जब यही काम हमारी सरकार ने शुरू किए थे, तो ये लोग इनका विरोध कर रहे थे। देश के गरीब का बैंक खाता खुल जाए, वो भी डिजिटल लेन-देन करे, इसका इन लोगों ने हमेशा विरोध किया।”
वर्षों तक MSP लागू करने का किया वादा लेकिन किया नहीं
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि “वर्षों तक ये लोग कहते रहें कि MSP लागू करेंगे, लेकिन किया नहीं। MSP लागू करने का काम स्वामीनाथन कमीशन की इच्छा के अनुसार हमारी ही सरकार ने किया।” उन्होंने कहा कि “आज ये लोग एमएसपी पर भी भ्रम फैला रहे हैं। देश में एमएसपी भी रहेगी और किसान को देश में कहीं भी फसल बेचने की आजादी भी रहेगी। लेकिन ये आजादी कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि “इनकी काली कमाई का एक और जरिया समाप्त हो गया है। इसलिए इन्हें परेशानी हो रही है।”
जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला तेज करते हुए कहा कि “4 वर्ष पहले का यही तो वो समय था, जब देश के जांबांजों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था। लेकिन ये लोग अपने जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे। सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करके, ये लोग देश के सामने अपनी मंशा साफ कर चुके हैं।”
विपक्ष न किसान के साथ हैं, न नौजवानों के साथ और न वीर जवानों के साथ
उन्होंने कहा कि “ये लोग न किसान के साथ हैं, न नौजवानों के साथ और न वीर जवानों के साथ। हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन का लाभ सैनिकों को दिया तो उन्होंने इसका भी विरोध किया।” पीएम मोदी ने कहा कि “भारत की पहल पर जब पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही थी, तो ये भारत में ही बैठे ये लोग उसका विरोध कर रहे थे जब सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण हो रहा था, तब भी ये लोग इसका विरोध कर रहे थे, आज तक इनका कोई बड़ा नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया है।”
राम मंदिर का विरोध कर रहे थे फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे
उन्होंने कहा कि “पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है। ये लोग पहले सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का विरोध कर रहे थे फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे। हर बदलती हुई तारीख के साथ विरोध के लिए विरोध करने वाले ये लोग अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।”
राफेल विमान आये विपक्ष उसका भी विरोध करते रहे
पीएम मोदी ने कहा कि “वायुसेना कहती रही कि हमें आधुनिक लड़ाकू विमान चाहिए, लेकिन ये लोग उनकी बात को अनसुना करते रहे। हमारी सरकार ने सीधे फ्रांस सरकार से सीधे राफेल लड़ाकू विमान का समझौता कर लिया तो, इन्हें फिर दिक्कत हुई।” उन्होने कहा कि “भारतीय वायुसेना के पास राफेल विमान आये और उसकी ताकत बढ़े, ये उसका भी विरोध करते रहे। लेकिन मुझे खुशी है कि आज राफेल भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ रहा है, अंबाला से लेकर लेह तक उसकी गर्जना भारतीय जांबाजों का हौंसला बढ़ रही है।”
केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए
पीएम मोदी ने कहा कि “आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। जिन उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं।”