प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसा समाज बनाना चाहते हैं जहां महिलाएं बिना किसी की मदद के अपने दम पर सफल हो सकें। इसीलिए उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम से एक कानून पेश किया। कुछ लोग कानून में 'वंदन' शब्द से नाराज हैं। पीएम मोदी ने अपने गृहनगर में नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन एक विशेष कार्यक्रम में इस बारे में बात की।
कई गुना बढ़ा दिया है
इस दौरान उन्होंने कहा कि संसद में नारी शक्ति वंदन जैसा ऐतिहासिक कानून पास होने के बाद मैं सबसे पहले काशी में आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि इतनी बड़ी संख्या में आप हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। कुछ ही समय में दुर्गा पूजा का उत्सव शुरू होने वाला है। नारी शक्ति वंदन अधिनियिम ने इस बार दुर्गा पूजा के उत्साह को और भी कई गुना बढ़ा दिया है। लेकिन, कुछ लोगों को वंदन शब्द से परेशानी है।
महिलाएं देश की शक्ति हैं
उन्होंने पूछा कि माताओं-बहनों का वंदन नहीं होगा तो किसका होगा। नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि तीन दशकों से बिल अटका हुआ था, विरोध करने वाले भी समर्थन में आ गए। काशी और पूरे देश की महिलाओं को बधाई देता हूं। महिला सांसदों की संख्या बढ़ेगी। इस बिल में सबने नारी का सामर्थ्य देखा। महिलाएं देश की शक्ति हैं।