प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि, देश की एकता को और अधिक मजबूत करने की दिशा में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अद्वितीय प्रयासों के लिए प्रत्येक भारतीय उनका ऋणी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत की एकता को और अधिक मजबूत करने तथा आगे बढ़ाने की दिशा में उनके अद्वितीय प्रयासों के लिए प्रत्येक भारतीय उनका ऋणी है। उन्होंने भारत की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत की और एक मजबूत तथा समृद्ध राष्ट्र का सपना देखा। हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य दर्जा देने वाले, संविधान के अनुच्छेद 370 के कट्टर आलोचक थे। आवश्यक परमिट के बिना जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार किए जाने के बाद 1953 में कश्मीर में नजरबंदी के दौरान मुखर्जी की मृत्यु हो गई थी। वह कश्मीर में प्रवेश करने के लिए परमिट की जरुरत का भी विरोध करते थे।
वर्ष 2019 में निरस्त किया था अनुच्छेद 370
गौरतलब है कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने पांच अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।
अनुच्छेद 370 के कट्टर आलोचक थे श्यामा प्रसाद मुखर्जीRemembering Dr. Syama Prasad Mookerjee on his Punya Tithi. Every Indian is indebted to him for his unparalleled efforts towards furthering India’s unity. He worked hard for India’s progress and dreamt of a strong and prosperous nation. We are committed to fulfilling his dreams.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 23, 2022
श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य दर्जा देने वाले, संविधान के अनुच्छेद 370 के कट्टर आलोचक थे। आवश्यक परमिट के बिना जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार किए जाने के बाद 1953 में कश्मीर में नजरबंदी के दौरान मुखर्जी की मृत्यु हो गई थी। वह कश्मीर में प्रवेश करने के लिए परमिट की जरुरत का भी विरोध करते थे।
वर्ष 2019 में निरस्त किया था अनुच्छेद 370
गौरतलब है कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने पांच अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।
