देश कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से जूझ रहा है। वायरस के फैलाव को रोकने के लिए केंद्र सरकार के तरफ से देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ द्वारा देशवासियों को संबोधित करेंगे। इस महामारी के दौरान पीएम मोदी की यह तीसरी ‘मन की बात’ होगी। प्रधानमंत्री ने ट्वीटर के माध्यम से यह जानकारी दी और जनता से अपने रेडियो कार्यक्रम के लिए सुझाव भी मांगे है।
I look forward to your ideas and inputs for this month’s #MannKiBaat, which will take place on the 31st. You can:
Record a message by dialling 1800-11-7800.
Write on NaMo App or MyGov. https://t.co/3KdKpSSCUW
— Narendra Modi (@narendramodi) May 18, 2020
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “31 मई को होने वाले मन की बात कार्यक्रम के लिए मैं आपके सुझावों का इंतजार करूंगा। इसके लिए 1800-11-7800 पर संदेश रिकॉर्ड करके भेजा जा सकता है, साथ ही नमो ऐप या माईगॉव पर लिखा जा सकता है।”
गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल अंत में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई लोगों से प्रेरित है। यह लड़ाई लोगों और प्रशासन द्वारा मिलकर लड़ी जा रही है। एक सैनिक के रूप में देश का प्रत्येक नागरिक कोरोना के इस युद्ध को लड़ रहा है। बता दें कि आज से संपूर्ण देश में लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो रहा है जोकि 31 मई तक चलेगा।
कोरोना : राजस्थान में 140 नए मामलों की पुष्टि के बाद संक्रमितों की संख्या हुई 5342, अब तक 133 लोगों की मौत
ज्ञात हो कि देश में पिछले 54 दिनों से लॉकडाउन जारी है। हालांकि, इसके बावजूद देश में कोरोना संक्रमितों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। देश में संक्रमितों का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े के अनुसार भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 96169 तक पहुंच गई है वहीं इस वायरस से अब तक 3029 लोगों की मौत हो चुकी है।
पिछले 24 घंटे के दौरान 5242 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 96 हजार के पार हो गया है। देश में संक्रमितों के अब तक के सबसे अधिक आंकड़े सोमवार को सामने आया है। इस दौरान कोरोना संक्रमण के कारण 157 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 3000 के पार हो चुका है।