14 अप्रैल से गुवाहाटी और न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस चलने वाली है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को हमें दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुवाहाटी और न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली, पूर्वोत्तर की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को 14 अप्रैल को हरी झंडी दिखा सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने इस क्षेत्र में वंदे भारत की शुरुआत के मौके पर एक भव्य आयोजन की तैयारी शुरू कर दी है। नाम उजागर न करने की शर्त पर एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ जी हां, यह सच है पूर्वोत्तर में जल्द वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाएगी। हम प्रधानमंत्री के गुवाहाटी दौरे के समय 14 अप्रैल को इसे शुरू करने की योजना बना रहे हैं।’’
इसके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में
असम सरकार आगामी रोंगाली बिहू के अवसर पर एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन करेगी जिसमें यहां 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी के सामने 11,140 नृतक प्रस्तुति देंगे। इसके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी जगह बनाने की उम्मीद है। अधिकारी के अनुसार, वह राज्य के दौर के समय ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। एनएफआर वर्तमान में केवल पश्चिम बंगाल में हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाता है। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने छह मार्च को कहा था कि दिसंबर 2024 तक वंदे भारत सिक्किम के रंग्पो तक पहुंच जाएगी।
अधिकतम 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार
वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम वाणिज्यिक परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके परीक्षण के दौरान गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक होती है। भारत में अधिकतर रेल की पटरियों पर तेज रफ्तार ट्रेन नहीं चल सकती इसलिए ट्रेन को अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाता है। एनएफआर के एक अधिकारी ने बताया नई गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी ट्रेन अधिकतम 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।