27 जनवरी-2023 को ‘परीक्षा पर चर्चा’ संवाद कार्यक्रम के माध्यम से देश भर के छात्रों तथा अभिभावकों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीसंवाद करेंगे। मंगलवार को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जानकारी देते हुए कहा कि छात्रों को परीक्षा से तनाव मुक्त करने के लिए प्रधानमंत्री ने परीक्षा पे चर्चा रखी है। आगे उन्होंने कहा की ‘परीक्षा पे चर्चा 2023’ के जरिए देशभर के छात्रों से संवाद किया जायेगा। पीएम का यह कार्यक्रम खासतौर पर बोर्ड परीक्षाओं के तनाव से निपटने में छात्रों की मदद करता है
विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को कर चुके आमंत्रित
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इससे पहले विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को परीक्षा पे चर्चा 2023 कार्यक्रम के छठे संस्करण में भाग लेने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। पीएम मोदी ने एक अनूठे बातचीत के कार्यक्रम- परीक्षा पर चर्चा की परिकल्पना की, जिसमें देश भर के और विदेशों से भी विद्यार्थी, माता-पिता, शिक्षक उनके साथ बातचीत करते हैं। पीएम यहां जीवन को उत्सव के रूप में मनाने के लिए परीक्षाओं से उत्पन्न होने वाले तनाव से मुक्ति प्राप्त करने के बारे में चर्चा करते हैं। यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।
असहज एवं भ्रमित करने वाले विचारों के बारे में बातचीत
कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूली विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों का चयन एक ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से किया जा रहा है। इसके पंजीकरण के लिए पोर्टल 25 नवंबर से खोल दिया गया था। मंत्रालय के मुताबिक इससे तनावपूर्ण समय में, असहज एवं भ्रमित करने वाले विचारों के बारे में बात करने और उन्हें साझा करने से छात्रों के तनाव एवं चिंता को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है। यह छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को अपने विचार साझा करने और पीएम से मार्गदर्शन एवं महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करने के लिए मंच प्रदान करने का एक प्रयास है।
जिन विषयों पर छात्रों द्वारा लेख लिखे गए हैं उनमें विद्यार्थियों के लिए विषय-वस्तु, अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानें, हमारी संस्कृति ही हमारा गौरव है, मेरी पुस्तक मेरी प्रेरणा, आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को सुरक्षित कीजिए, मेरा जीवन, मेरा स्वास्थ्य, मेरा स्टार्टअप सपना आदि शामिल हैं।
माता-पिता भी चयन प्रतियोगिता में लेंगे हिस्सा
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक केवल छात्र ही नहीं बल्कि माता-पिता ने भी मेरा बच्चा, मेरा शिक्षक, प्रौढ़ शिक्षा- सभी को साक्षर बनाना, एक साथ सीखना और बढ़ना जैसे विषयों पर लेख लिखकर इस चयन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया हैं। शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि माई गव प्लेटफॉर्म पर प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2050 विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को पीपीसी किट और राष्ट्रीय शैक्षिक प्रशिक्षण और अनुसंधान परिषद-एनसीईआरटी के निदेशक की ओर से प्रशंसा प्रमाण पत्र उपहार में प्रदान किया जाएगा।