देश के ताप बिजली घरों में कोयले की कमी का संकट जल्द थमता नहीं दिख रहा है। कोयले की कमी के कारण कई हिस्सों में बिजली की कटौती भी की जा रही है। कोयले संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं। यह बैठक आज ही होने की संभावना है। इससे पहले कोयला संकट की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को बिजली मंत्री आर के सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बैठक की।माना जा रहा है कि घंटे भर चली बैठक के दौरान तीनों मंत्रियों ने बिजली संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता और इस समय बिजली की मांग पर चर्चा की।
बिजली की खपत आठ अक्टूबर को 390 करोड़ यूनिट थी
बैठक में बिजली और कोयला मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बिजली की खपत आठ अक्टूबर को 390 करोड़ यूनिट थी, जो इस महीने अब तक (1-9 अक्टूबर) सबसे ज्यादा थी। बिजली की मांग में तेजी देश में चल रहे कोयला संकट के बीच चिंता का विषय बन गई है।
कोयला मंत्रालय - बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है
कोयला मंत्रालय ने आश्वस्त किया कि बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है।कोयला मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा था, "कोयला मंत्रालय आश्वस्त करता है कि बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है। बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका पूरी तरह गलत है। बिजली संयंत्र के पास कोयले का स्टॉक लगभग 72 लाख टन है, जो 4 दिनों की आवश्यकता के लिए पर्याप्त है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के पास 400 लाख टन से अधिक कोयला है, जिसकी बिजली संयंत्रों को आपूर्ति की जा रही है।"
योगी सरकार ने किए लोक लुभावने वादे, किसानों को फसल में हुए नुकसान की भरपाई करेगी सरकार
