प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को डिजिटल माध्यम से स्वामी चिदभवानंद की ई-भगवत् गीता का लोकार्पण करेंगे और इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित भी करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक इस समारोह का आयोजन स्वामी चिदभवानंद की भगवत् गीता की पांच लाख प्रतियों की बिक्री के अवसर पर किया गया है।
स्वामी चिदभवानंद तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली स्थित श्री रामकृष्ण तपोवन आश्रम के संस्थापक हैं।
उन्होंने साहित्य की विभिन्न विधाओं में 186 पुस्तकें लिखी हैं। भगवत् गीता पर मीमांसा उनकी प्रमुख कृतियों में शामिल है।
पीएमओ के बयान के मुताबिक तमिल भाषा में गीता पर उनकी टिप्पणी 1951 में और अंग्रेजी में 1965 में प्रकाशित हुई थी। इस पुस्तक का तेलुगू, उड़िया और जर्मन तथा जापानी भाषाओं में भी अनुवाद किया जा चुका है।