प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कौशल दीक्षांत समारोह 2023 को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया का मानना है कि 21वीं सदी भारत की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह आयोजन भारत की वर्तमान प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
21वीं सदी भारत की सदी होनी तय
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि व्यापक वैश्विक धारणा है कि 21वीं सदी भारत की सदी होनी तय है। पीएम मोदी ने कहा, आज पूरी दुनिया इस बात पर विश्वास कर रही है कि ये सदी भारत की सदी होने वाली है। भारत की जनसंख्या वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब दुनिया के कई देशों में बुजुर्गों की आबादी बढ़ रही है, तो भारत हर गुजरते दिन के साथ युवा होता जा रहा है। आने वाले दशकों में कुशल युवाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, भारत के पास यह बहुत बड़ा लाभ है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, पिछली सरकारों में कौशल विकास के प्रति उपेक्षा रही है। हमारी सरकार ने कौशल के महत्व को समझा और इसके लिए अलग मंत्रालय बनाया और अलग बजट आवंटित किया, भारत अपने युवाओं के कौशल में पहले से कहीं अधिक निवेश कर रहा है और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उदाहरण दिया, जिसने युवाओं को जमीनी स्तर पर मजबूत किया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक करीब 1.5 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है, साथ ही कहा कि पिछले नौ वर्षों में देश में लगभग पांच हजार नए आईटीआई स्थापित किए गए हैं, जिसमें 4 लाख से अधिक नई आईटीआई सीटें शामिल हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ कुशल और उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से संस्थानों को मॉडल आईटीआई के रूप में उन्नत किया जा रहा है