प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र, केरल के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन राज्यों में कोविड-19 की ताजा स्थिति पर चर्चा की। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया भी इस बैठक में उपस्थित थे। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ राज्यों में कोरोना के मामले फिर बढ़ना चिंता का विषय है, हम तीसरी लहर के मुहाने पर खड़े हैं ऐसे में सतर्कता बरतनी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले हफ़्ते के क़रीब 80% नए मामले आप जिन राज्यों (तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र, केरल) में हैं, उन्हीं राज्यों से आए हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि लंबे समय तक लगातार मामले बढ़ने से कोरोना वायरस में म्यूटेशन की आशंका बढ़ जाती है, नए वेरिएंट का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए तीसरी लहर को रोकने के लिए कोरोना के खिलाफ प्रभावी कदम उठाया जाना आवश्यक है। टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीका की हमारी रणनीति फोकस करते हुए ही हमें आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन्स पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है, जहां से संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे हैं, वहां उतना ही ज्यादा फोकस भी होना चाहिए। देश के सभी राज्यों को नए आईसीयू बेड्स बनाने, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने और दूसरी सभी जरूरतों के लिए फंड उपलब्ध करवाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में, 23 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का एमर्जन्सी कोविड रेस्पोंस पैकेज भी जारी किया है।
कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हाल ही के दिनों में ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी बड़ी बैठक है। कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की थी। देश में अभी भी कोरोना के करीब साढ़े चार लाख एक्टिव केस हैं। केरल और महाराष्ट्र ऐसे राज्य है, जहां सबसे अधिक एक्टिव केस हैं. दोनों ही राज्यों में एक-एक लाख से अधिक एक्टिव केस है। इनके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश भी उन राज्यों में शामिल है, जहां कोविड चिंता बढ़ा रहा है।