क्रिस्टियन मिशेल का भारत में प्रत्यर्पण के बाद कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे के कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसे दुबई से भारत प्रत्यर्पित किया गया था।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में आरोप लगाया कि राज्य में चुनाव में हार की आशंका के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी सरकार हेलीकॉप्टर मामले में भारत की जनता को धोखा देने के लिए झूठ का ताना-बाना बुनने की कोशिश कर रहे हैं। राजनीतिक रूप से विवाद का केंद्रबिंदु बने 3600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड सौदे के कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल को दुबई से प्रत्यर्पण के बाद मंगलवार रात भारत लाया गया था।
राजस्थान में शुक्रवार को मतदान से पहले चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मोदी ने एक रैली में मिशेल के प्रत्यर्पण का जिक्र किया और तंज कसते हुए कहा, ‘‘सरकार हेलीकॉप्टर घोटाले में शामिल बिचौलिये को दुबई से ले आई है। उसने नेताओं की सेवा की और अब राज खोलेगा।’’ सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर प्रतिबंधित कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड और उसकी मूल कंपनी फिनमेकानिका की मदद करने और उसे बढ़ावा देने में उसकी भूमिका छिपाने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया, ‘‘बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी खुद की संलिप्तता और मिलीभगत की सीबीआई से जांच कराने के बजाय फर्जी श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। वे विपक्षी नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए क्रिस्टियन मिशेल के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्रिश्चियन मिशेल को लेकर सच पहले से ही सामने है।’’
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि जुलाई में क्रिश्चियन मिशेल को हिरासत में लिये जाने के बाद उसकी वकील रोजमरी पैट्रिजी दोस अंजोस के बयान में स्पष्ट किया गया था कि मोदी सरकार और उसकी एजेंसियां उसे संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम लेने वाले झूठे इकबालिया बयान पर दस्तखत करने के लिए बाध्य कर रही हैं।
इसके बदले में उसे मामले में किसी भी तरह के आरोप से पूरी तरह मुक्त करने का वादा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘क्रिश्चियन मिशेल की बहन ने भी सामने आकर यही बात कही कि उसे छूट के ऐवज में विपक्ष के नेताओं के झूठे नाम लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भारत के इतिहास में कभी ऐसा प्रधानमंत्री नहीं रहा जो विपक्षी नेताओं से बदला लेने के लिए उनके खिलाफ झूठे सबूत जुटाने में लगा हो।