प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि बेहतर भारत के लिए उठाए गए कदमों की राजनीतिक कीमत चुकाने के लिए वह तैयार हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा , जिस दिन देश में ज्यादातर खरीद-फरोख्त, पैसे के लेन-देन का एक तकनीकी और डिजिटस एड्रेस होने लग गया। उस दिन से संगठित भ्रष्टाचार काफी हद तक थम जाएगा। मुझे पता है। इसकी मुझे राजनीतिक तौर पर कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। लेकिन उसके लिए भी मैं तैयार हूं। आपको बता दे कि ये सब बातें उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में भी मोदी ने यह बात दोहराई।
नोटबंदी को सफल बताते हुए मोदी ने कहा कि काले धन की एक सामानंतर अर्थव्यवस्था खड़ी हो गई थी। नोटबंदी ने आंकड़ों की गहन छानबीन के जरिए शेल कंपनियों और भ्रष्ट लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने में सरकार की मदद की।
उन्होंने कहा कि 2014 में उन्हें सिस्टम में बदलाव लाकर देश बदलने के लिए वोट मिला था और अब वह 125 करोड़ देशवासियों के विश्वास के दम पर सुधारों की प्रक्रिया आगे बढ़ा रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘2014 में हमें वोट दिया गया था देश बदलने के लिए, सिस्टम में बदलाव लाने के लिए। 125 करोड़ देशवासियों का भरोसा इस देश के विकास की नींव है। देश के गरीबों, नौजवानों, महिलाओं और किसानों ने अपने सामर्थ्य और संसाधनों पर इतना भरोसा पहले कभी नहीं किया।
कालाधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम एक ऐसी व्यवस्था की तरफ बढ़ रहे हैं। जिसमें कालाधन पैदा करने के खिलाफ और व्यवस्था में कमी की वजह से भ्रष्टाचार कम करने की संभावनाओं को कम करता जा रहा है। जिस दिन पैसे से खरीद फरोख्त का डिजिटल कनेक्शन हो गया उस दिन संगठित भ्रष्टाचार काफी हद तक थम जाएगा।