बेंगलुरु/नई दिल्ली : कन्नड़ पत्रकार और ”लंकेश पत्रिके” की संपादक गौरी लंकेश की बेंगलुरु में हत्या के 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिल सका है। गौरी लंकेश की नृशंस हत्या को लेकर समूचे देश ख़ासकर पत्रकार बिरादरी में आक्रोश है। कर्नाटक सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। हत्या पर सियासी खेल शुरू हो गया है।
कांग्रेस ने जहां भाजपा को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की, वहीं भाजपा ने बगैर सबूत आरोप लगाने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला। हत्या की देशभर में निंदा हो रही है। अमेरिकी दूतावास और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी निंदा की है।
हत्या के सीसीटीवी फुटेज मिले
हत्या के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। इसमें बाइक सवार तीन हमलावरों के बेंगलुरु के राज राजेश्वरी नगर स्थित घर पहुंचने और हेलमेट पहने एक हमलावर उन पर गोलियां दागता दिखाई दे रहा है। हमलावर ने सात गोलियां दागीं, तीन गौरी को लगीं। गौरी हिंदुत्व विरोधी विचारधारा रखती थीं और नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के काम में जुटी थी।
हत्या से चुनावी राज्य में सियासी उबाल
गौरी लंकेश की हत्या से चुनावी राज्य कर्नाटक में सियासी उबाल आ गया है। राज्य में इसी वर्ष चुनाव होंगे। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मौके की नजाकत देखते हुए आईजी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी बनाने का आदेश दिया है। उन्होंने गौरी के परिजन की सीबीआई जांच की मांग पर भी सहमति जताई है।
सिद्धारमैया ने कहा कि गौरी उनसे कई बार मिली थी, लेकिन कभी जान के खतरे की आशंका नहीं जताई। उन्होंने पुलिस को स्वतंत्र विचारकों व वाम आंदोलन से जुड़े लोगों की पहचान कर उन्हें सुरक्षा देने के निर्देश दिए हैं। हत्या को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कर्नाटक सरकार से रिपोर्ट मांगी है। हत्या के विरोध में बेंगलुरु, दिल्ली से लेकर देश के कई शहरों में पत्रकार संगठनों, प्रेस क्लब व सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किए। इसे असहमति के स्वरों को कुचलने का प्रयास बताया गया।
असहिष्णुता व कट्टरता बर्दाश्त नहीं – सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हत्या की निंदा करते हुए कहा, ”यह लोकतंत्र के लिए बहुत दुखद क्षण है। यह याद दिलाता है कि असहिष्णुता और कट्टरता हमारे समाज में अपना सिर उठा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
राहुल का बयान शर्मनाक -गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार को राज्य की कानून-व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। गडकरी ने हत्या को भाजपा से जोड़ने के सोनिया व राहुल गांधी के प्रयासों की कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोपों को आधारहीन, गैर जिम्मेदाराना व झूठा बताया। हत्या में भाजपा या उसके संगठन या सरकार का कोई हाथ नहीं है।
एक अन्य भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हाराव ने कहा कि राहुल हत्या पर सियासी लाभ उठाना चाहते हैं। अमेरिकी दूतावास ने जारी किया बयानदिल्ली स्थित भारत में अमेरिकी दूतावास ने बयान जारी निंदा की। बयान में कहा गया है कि दुनिया भर के प्रेस की आजादी के समर्थकों के साथ अमेरिका भी पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा करता है।