Uttarakhand: सीएम पुष्कर सिंह धामी का निर्देश, युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं

Uttarakhand: सीएम पुष्कर सिंह धामी का निर्देश, युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं
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Uttarakhand: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में सीएम डैशबोर्ड 'दर्पण 2.0' की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी विभागों को सीएम डैशबोर्ड से जोड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

Highlights

  • Uttarakhand सीएम धामी का निर्देश
  • 'युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं'
  • समीक्षा बैठक में कई बड़े और वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

Uttarakhand सीएम धामी का अधिकारियों को सख्त निर्देश

उत्तराखंड(Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कहा कि सभी विभागों की गतिमान परियोजनाओं का डाटा भी अपलोड करवाया जाए। उन्होंने 15 दिन में सभी विभागों को परियोजनाओं की जानकारी पोर्टल में अपडेट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महीने की 7 तारीख तक विभागों को पिछले माह का डाटा अपलोड करना होगा। सीएम हेल्पलाइन 1905 के साथ हर महीने सीएम डैशबोर्ड की भी समीक्षा होगी। सीएम ने सचिवों को निर्देश दिए कि सभी सचिव अपने विभाग की प्रत्येक माह सीएम डैशबोर्ड संबंधी बैठक करें। सीएम डैशबोर्ड का मुख्य उद्देश्य जनसमस्याओं का समाधान करना है। इस डैशबोर्ड के माध्यम से विभाग जनसमस्याओं को चिन्हित कर उनका समाधान निकालें।

सशक्तीकरण की दिशा में तेजी से कार्य का निर्देश

सीएम धामी ने निर्देश दिए कि गरीबों, युवाओं व अन्नदाताओं के कल्याण और नारी सशक्तीकरण की दिशा में तेजी से कार्य किए जाएं। संबंधित विभागों द्वारा इन क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों का परिणाम धरातल पर दिखे। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की फ्लैगशिप स्कीम को डैशबोर्ड में अनिवार्य रूप से दर्शाया जाए। इसके अलावा पीएम गतिशक्ति उत्तराखंड पोर्टल में 5 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि की सभी परियोजनाओं को दर्शाया जाए।

विद्यार्थियों के लिए गाइडेंस और काउंसलिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए

सीएम धामी ने कहा कि सीएम डैशबोर्ड के साथ ही डीएम डैशबोर्ड को भी धरातल पर लाया जाए। प्रदेश में युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं। उच्च शिक्षा के साथ हमें विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास से जोड़ना होगा। उच्च शिक्षण संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों और तकनीकी शिक्षा में प्लेसमेंट सेल के साथ ही विद्यार्थियों के लिए गाइडेंस और काउंसलिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की कारगर व्यवस्था बनाई जाए कि उच्च शिक्षा के दौरान कितने अभ्यर्थियों ने प्लेसमेंट के लिए आवेदन किया और कितनों को नौकरी मिली। युवाओं के स्किल डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाए।

समीक्षा बैठक में कई बड़े और वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

इस समीक्षा बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण समिति विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एल फैनई, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, प्रमुख वनसंरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, सचिव आर मीनाक्षी सुदंरम, शैलेश बगोली, नितेश झा, राधिका झा, दिलीप जावलकर, डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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