भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केरल में एक इस्लामिक संगठन द्वारा विदेश से धन लेकर युवाओं में मजहबी कट्टरता भरने और धर्मपरिवर्तन कराने की साजिश पर गहरी चिंता व्यक्त की है तथा राज्य की मार्क्सवादी सरकार एवं मुख्य विपक्षी कांग्रेस को आगाह किया है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडे़ इस गंभीर मामले पर वोटबैंक की राजनीति ना करें।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केरल में एक संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा एक टेलीविजन चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में हुआ है। इस संगठन के लोगों ने स्वीकार किया है कि वे विदेश से पैसा प्राप्त करते हैं और उन्होंने अब तक 5000 से अधिक लोगों का धर्मपरिवर्तन कराया है।
उनका मकसद भारत में इस्लामिक राज्य की स्थापना करना है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय में चल रहे केरल की युवती अथिया के मामले से जुडे एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह उसकी इच्छा से प्रेमविवाह का मामला है या नहीं, यह न्यायालय तय करेगा। उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेश पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इसमें लव जिहाद के कोण की भी जांच कर रही है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि जिन 5000 लोगों का धर्मपरिवर्तन कराया गया है, वह स्वैच्छिक है या नहीं इसके लिये, उसके पैटर्न को देखना होगा। उन्होंने कहा कि एनआईए ने हुर्रियत कांफ्रेंस को विदेशी धन मिलने एवं उससे राष्ट्रविरोधी गतिविधियां चलाने की जांच की तो कोई राजनीतिक दल विरोध में नहीं आया था लेकिन केरल की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मामले में एनआईए जांच का विरोध किया है जबकि इसमें आतंकवाद का कोण भी शामिल है और यह देश की सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा है।
श्री प्रसाद ने अथिया के मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा का मानना है कि अगर कोई खुले मन से आस्था अंतरण करता है तो उसका सम्मान होना चाहिए लेकिन लालच, भय या दबाव में धर्म बदलवाना अपराध है। उन्होंने कहा कि भाजपा मांग करती है कि यह मामला हुर्रियत के मामले से अधिक गंभीर है और इसमें दोषी लोगों पर हुर्रियत के नेताओं की तुलना में ज़्यादा कठोर कार्रवाई की जाये।