कई बार कुछ ऐसे वाकये हो जाते है जो लोगों को डरा देते है पर हकीकत कुछ और ही होती है। मसलन इन बातों में देखा गया है की हकीकत से ज्यादा अफवाह लोगों के बीच ज्यादा तेज़ी से फैलती है। ऐसा ही कुछ वाकया हुआ मुंबई जैसे महानगर में जहाँ पर लोग पढ़े लिखे और सभी समाज से होने के बावजूद कई दिनों तक खौफ में रहे।
दरअसल मुंबई के नवी मुंबई इलाके में बीते दिनों नीले रंग के कुछ कुत्ते दिखाई दिए जिन्हें देखकर लोग हैरान रह गए और उनको लेकर तरह तरह की बाते बनाई गयी। खौफ का आलम इतना लोग घरों से बाहर निकलते हुए डर रहे थे। मामले की गंभीरता बढती देख नवी मुंबई एनिमल प्रोटेक्शन सेल ने मामले का संज्ञान लिया और इन नीले रंग के कुत्तों की तस्वीरें ली।
सूत्रों की माने तो अब मामले में नया मोड़ आ गया है मुंबई एनिमल प्रोटेक्शन सेल ने महाराष्ट्र प्रदुषण नियंत्रण विभाग के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी है। अब आप सोच रहे होंगे की इस कंप्लेंट का इस मामले से क्या लेना देना। असल में जांच के दौरान पता लगा है की कुत्तों के नीले रंग के पीछे नवी मुंबई के तलोजा इंडस्ट्रियल एरिया का प्रदुषण असली वजह है जो कसदी नदी में खूब बहाया जा रहा है।
इस क्षेत्र के आम कुत्तों के नदी में जाने की वजह से नदी के दूषित पानी का असर उनकी त्वचा पर हुआ और उनका रंग नीला पड़ गया है। बताया जा रहा है इस तलोजा इंडस्ट्रियल एरिया में करीब 1000 फैक्टरियां है जो अपने खतरनाक रासायनिक कचरे को खुले आम नदी में बहा रही है।
माना ये भी की अभी कुत्तों पर इसका असर देखने को मिल रहा है पर स्थानीय निवासियों पर भी इस प्रदुषण के गंभीर असर हो सकते है। आप इस वीडियो में जांच का पूरा प्रकरण देख सकते है।
जांच के बाद जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के आदेश दिए जा सकते है पर अफ़सोस इस बात का है की सब कुछ बिखरने के बाद ही क्यों इस देश में सुध ली जाती है। प्रदुषण को काम करने के लिए इतने प्रस्ताव और नियम बनाये जाते है पर शायद जमीनी तौर पर ये सिर्फ कहने भर की बाते है जो किसी बड़े हादसे के होने का इंतज़ार कराती है।