पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज एक बार फिर राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों के खिलाफ तल्ख नजर आये और कहा कि पूजा भड़काऊ नहीं होनी चाहिए। श्री कुमार ने यहां ऐतिहासिक गांधी मैदान में बिहार दिवस के मौके पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सात सामाजिक पापकर्मों में से एक ‘त्याग के बिना पूजा’ का संदर्भ देते हुये एक बार फिर राज्य में सद्भाव बिगाड़ने वालों को चेतावनी दी और कहा कि पूजा भड़काऊ नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह बिहार की विशेषता है कि यहां झगड़े होते हैं लेकिन उसे कभी सांप्रदायिक दंगे में तब्दील होने नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष दशहरा और मुहर्रम एक साथ पड़ने पर लोगों ने सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की काफी कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
उन्होंने इस वर्ष रामनवमी के अवसर पर निकाले जाने वाले जुलूस के संबंध में अपील करते हुये कहा, कुछ ‘इधर-उधर’ के लोग फिर से भड़काने और उत्तेजना फैलाने का प्रयास करेंगे लेकिन राज्यवासियों से मेरी प्रार्थना है कि वे उनकी साजिशों का शिकार न हों और प्रेम और सद्भाव के साथ त्योहार मनायें।
श्री कुमार ने कहा कि गांधी जी के बताये गये सात पापकर्मों से लोगों को सीख लेने की जरूरत है। गांधी जी ने कहा था कि सिद्धांत के बिना राजनीति और काम के बिना धन अर्जन नहीं होना चाहिए लेकिन आज कई ऐसे लोग हैं जो बिना मेहनत किये ही धर्नाजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नैतिकता के बिना व्यापार नहीं करने के सिद्धांत का भी पालन नहीं हो रहा है।
ऐसे बहुत लोग हैं, जो दो नंबर का काम कर रहे हैं और जब उनके खिलाफ सख्ती बरती जाती है तो वे बयानबाजी करने लगते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि 10 से 15 प्रतिशत युवा भी गांधी जी के विचारों को आत्मसात कर लें तो देश बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि राजधानी पटना में‘बापू टावर’का निर्माण किया जाएगा, जहां महात्मा गांधी के कार्यों को अच्छी तरह से देखा जा सकेगा। इसकी डिजाइन तैयार की जा रही है, जिस पर आगे काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के मौके पर 10 अप्रैल 2017 से लगातार कार्यक्रम आयोजित किये गये। 12 अप्रैल को गांधी रथ रवाना किया गया। देश भर से स्वतंत्रता सेनानियों को आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। साथ ही पिछले वर्ष 02 अक्टूबर से ही राज्य में बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया।
श्री कुमार ने कहा कि बिहार का गौरवशाली इतिहास रहा है। राजगीर, नालंदा और विक्रमशिला जैसे ऐतिहासिक स्थल बिहार में ही हैं। अब तो तेलहाड़ में भी उत्खनन कार्य चल रहा है। बिहार महावीर, बुद्ध और सिखों के गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली भी रही है। उन्होंने बताया कि गुरू गोविंद सिंह जी के 350 वें प्रकाश वर्ष और शुकराना समारोह का भव्य आयोजना किया गया। इससे देश-विदेश में बिहार की छवि अच्छी हुई है।
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