मुंबई. गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे के मर्डर के मामले में सीईओ रेयान पिंटो, उनके माता-पिता ग्रेस पिटों और ऑगस्टाइन पिंटो को बॉम्बे हाईकोर्ट से कल तक राहत मिल गई है। दरअसल, कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार ने पिंटो परिवार की याचिका के खिलाफ तैयारी के लिए एक दिन का वक्त मांगा था। अब अगली सुनवाई बुधवार को होगी। हरियाणा पुलिस की एक टीम रेयान मैनेजमेंट से पूछताछ के लिए मुंबई में है। पिंटो परिवार को डर है कि उन्हें अरेस्ट किया जा सकता है। इसलिए उन्होंने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की पिटीशन लगाई थी। उधर, मंगलवार को ग्रुप के कांदिवली स्कूल में अभिभावकों ने बच्चों की सिक्युरिटी को और सख्त करने के लिए प्रदर्शन किया।
प्रद्युम्न का हत्यारा बस कंडक्टर इस वक्त जेल की सलाखों के पीछे है। गुरुग्रााम रेयान स्कूल में लापरवाही के कारण इसके अन्य स्कूलों पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। क्योंकि कार्रवाई करने के बाद पुलिस के हाथ अब स्कूल आलाकमान तक पहुंच गए हैं। पुलिस को रेयान स्कूल में जांच के दौरान कई खामियां मिली है।
इस मामले में जांट के बाद डीसी ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में स्कूल के खिलाफ तमान तथ्यों को पेश किया गया है। जिसके बाद अब शिक्षा विभाग रिपोर्ट के आधार पर स्कूल को नोटिस भेजने की तैयार में है। लेकिन इस सब के बावजूद शिक्षा मंत्री ने पहले ही साफ कर दिया कि स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की जाएगी। हालांकि मृतक के परिजनों ने मांग की है कि आने वाले वक्त में अगर कोई ऐसी घटना होती है तो स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाए। आपको बता दें कि पुलिस ने पहले ही ऐलान किया है कि इस मामले की चार्जशीट सात दिनों के भीतर दाखिल की जाएगी। लेकिन बार बार सीबीआई जांच की मांग करने के बाद अब यह मामला सीबीआई को भी सौंपा जा सकता है।