चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने हाल ही में उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने चिंतन शिविर को विफल करार देते हुए कहा मेरे विचार से यह यथास्थिति को बढ़ाने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा। इसके साथ ही उन्होंने हिमाचल और गुजरात चुनावों को लेकर भी बात कही।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''मुझे बार-बार उदयपुर चिंतन शिविर के परिणाम पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया है। मेरे विचार से यह यथास्थिति को बढ़ाने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा, कम से कम गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनावी हार मिलने तक!''
गौरतलब है कि हाल ही में उदयपुर में कांग्रेस ने चिंतन शिविर आयोजित किया था। गौरतलब है कि हाल ही में उदयपुर में कांग्रेस ने चिंतन शिविर आयोजित किया था। वहीं बीते समय पहले प्रशांत किशोर ने कई बार कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी उनकी कई बार मुलाकात हुई थी, इसके बाद ये भी बताया गया कि उन्होंने कांग्रेस को कई सुझाव दिए हैं।I’ve been repeatedly asked to comment on the outcome of #UdaipurChintanShivir
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 20, 2022
In my view, it failed to achieve anything meaningful other than prolonging the status-quo and giving some time to the #Congress leadership, at least till the impending electoral rout in Gujarat and HP!
साथ ही किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें भी लगाई जाने लगीं। लेकिन कांग्रेस के साथ पीके की बात नहीं बन पाई। कुछ दिनों बाद ही प्रशांत किशोर ने खुद इस बात का ऐलान किया कि वो कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा था कि, कांग्रेस को मेरी जगह मजबूत नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।