कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा से पार्टी के चुनाव के लिए प्रतिनिधियों के चयन की प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए हैं। अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को मंजूरी देने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से कई सवाल पूछे। आनंद शर्मा असंतुष्ट नेताओं में से एक हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति के एक सदस्य के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुरुआत में ही स्पष्ट कर दिया था कि यह बैठक अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए ही बुलाई गई है। इसके बाद केसी वेणुगोपाल ने चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया। मिस्त्री ने सदस्यों को पूरा चुनावी कार्यक्रम बताया।
इसके बाद कई सदस्यों ने चुनावी कार्यक्रम पर अपनी बात रखी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में ऑडियो बहुत अच्छा नहीं रहा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आनंद शर्मा ने एआईसीसी प्रतिनिधि के चयन पर सवाल उठाया और कहा कि प्रतिनिधि का चुनाव कैसे हुआ। प्रखंड, जिला व राज्य स्तर पर बैठक कब हुई।
शर्मा ने दिया यूं तर्क
शर्मा ने तर्क दिया कि उन्हें कई राज्यों से यह शिकायत मिली है और लोग इसे लेकर अंधेरे में हैं। इस पर पार्टी अध्यक्ष ने मधुसूदन मिस्त्री को स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया। मिस्त्री ने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों को एआईसीसी प्रतिनिधियों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद आनंद शर्मा चुप हो गए।
हालांकि, बैठक के बाद जब मिस्त्री से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो सवाल उठ रहे हैं, वह खुद इस प्रक्रिया से यहां पहुंचे हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सीडब्ल्यूसी में संगठन की चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने से इनकार किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि कुछ संदिग्ध सूत्रों के माध्यम से कहा जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया और कार्यक्रम पर सवाल उठाए गए हैं। जयराम ने कहा कि बैठक में किसी ने कोई सवाल या शंका नहीं की।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। आजाद ने अपने इस्तीफे में पार्टी पर यह भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है।