विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को ट्वीट कर जनता से प्रकृति के रक्षण का आग्रह किया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना भारतीय लोकाचार के केंद्र में रहा है। कोविंद ने ट्वीट किया, प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना और जैव विविधता की रक्षा करना भारतीय लोकाचार और संस्कृति के केंद्र में रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर, जब मानवता कोविड-19 के खिलाफ लड़ रही है, हम एक स्थायी भविष्य के लिए वैश्विक समुदाय के साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने देशवासियों से भारतीय परंपरा में निहित प्रकृति चेतना को फिर से अपनी जीवन शैली में अपनाने का आग्रह किया और कहा कि मानव समाज प्रकृति का सम्मान करके ही अपना भविष्य सुरक्षित कर सकता है। उपराष्ट्रपति कार्यालय से जारी सिलसिलेवार ट्वीट में नायडू ने कहा, ‘‘आज विश्व पर्यावरण दिवस है। भारतीय परंपरा में निहित प्रकृति चेतना को पुनः अपनी जीवन शैली में अपनाएं। मनुष्य भी सभी जीवों की तरह प्रकृति का हिस्सा ही है, स्वामी नहीं। मानव समाज प्रकृति का सम्मान करके ही अपना भविष्य सुरक्षित कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक पर्यावरण के संरक्षण के लिए देश महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
On this #WorldEnvironmentDay, let us intensify our efforts to protect and restore our degrading ecosystems. Let us switch to sustainable agricultural practices in our farmlands, rewild our forests and stop marine pollution. #WorldEnvironmentDay2021
— Vice President of India (@VPSecretariat) June 5, 2021
उन्होंने कहा, ‘‘पर्यावरण को जीवाश्मिक ऊर्जा के प्रदूषण से बचाने के लिए स्वच्छ अक्षय ऊर्जा तथा ऊर्जा-दक्ष तकनीकों का विकास किया जा रहा है, भूमि और जल स्रोतों को रासायनिक और नगरीय प्रदूषण से बचाने के उपाय किए जा रहे हैं।’’ बता दें कि हर वर्ष 5 जून को दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है और इस अवसर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया जाता है।