बर्खास्त मेजर कथित तौर पर सोशल मीडिया के माध्यम से एक पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटर के संपर्क में था।सूत्रों ने बताया कि मेजर पर लगे आरोपों की जांच के लिए मार्च 2022 में अधिकारियों का एक पैनल गठित किया गया थाा।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि मेजर के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में गुप्त दस्तावेजों की कॉपी थी, जो सेना के नियमों के खिलाफ है।