18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (President Election) में उम्मीदवारी को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने अपनी भूमिका को साफ़ कर दिया है, उन्होंने एक बैठक के दौरान जानकारी देते हुए कहा कि विपक्ष की ओर से वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार नहीं है। बता दें कि अब तक शरद पवार उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे ऊपर चल रहे थे, विपक्ष के सभी छोटे-बड़े दल पवार की उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे थे।
राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से बहार हुए शरद पवार
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बताया कि वह राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं। हालांकि, पार्टी सूत्रों के मुताबिक राकांपा प्रमुख ने इस मुद्दे पर स्पष्ट रूप से अभी कुछ नहीं कहा है। कांग्रेस ने आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में पवार के लिए समर्थन व्यक्त किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पिछले गुरुवार को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी के संदेश के साथ शरद पवार से मुलाकात की। आप नेता संजय सिंह ने भी रविवार को कथित तौर पर राकांपा सुप्रीमो को फोन किया।
CM ममता ने भी 15 जून को बुलाई बैठक
राकांपा के एक नेता ने कहा कि पवार विपक्षी दलों के बीच एकता सुनिश्चित करने के लिए बातचीत करेंगे। इस बीच, पवार एक बैठक में शामिल होने के लिए पहले से ही दिल्ली में हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भी 15 जून को दिल्ली में संयुक्त बैठक के लिए विपक्षी मुख्यमंत्रियों और नेताओं के पास पहुंच गई हैं, वह मंगलवार को दिल्ली पहुंचेंगी और राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर बैठकें करेंगी।
जानिए राष्ट्रपति चुनाव की रेस में किन नेताओं का नाम है शामिल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव की रेस में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) भी एक अच्छा विकल्प माने जा रहे हैं। इसी कड़ी में जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (H. D. Deve Gowda) के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। बताते चलें कि एनडीए को जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस और नवीन पटनायक की बीजद से समर्थन मिलने की उम्मीद है। रिपोर्टों में कहा गया है कि भाजपा सरकार के पास राम नाथ कोविंद को फिर से नामित करने या वेंकैया नायडू को चुनने का विकल्प भी मौजूद है।