राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को एक विशेष ट्रेन से उत्तर प्रदेश स्थित अपने जन्म स्थान की यात्रा पर निकले जहां वह अपने स्कूल के दिनों के और अपनी समाज सेवा के शुरुआती दिनों के परिचितों के साथ संवाद करेंगे। पिछले 15 साल के अंतराल के बाद कोई वर्तमान राष्ट्रपति ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं ।
राष्ट्रपति भवन ने अपने ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति कोविंद दिल्ली में सफदरजंग रेलवे स्टेशन से कानपुर के लिए एक विशेष ट्रेन पर सवार हुए। ट्रेन कानपुर देहात के दो स्थानों झिंझक और रूरा पर रुकेगी और शाम को कानपुर सेंट्रल पहुंचेगी। राष्ट्रपति भवन द्वारा ट्वीट के साथ जारी चित्र में रेल मंत्री पीयूष गोयल को भी देखा जा सकता है।
राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद पहली बार अपने जन्मस्थान जा रहे हैं। उन्होंने पहले भी यहां की यात्रा की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते यह योजना अमल में नहीं आ सकी। इससे पहले राष्ट्रपति भवन ने कहा था कि ट्रेन में चढ़ने के साथ ही राष्ट्रपति अपनी पुरानी स्मृतियों को ताजा करेंगे, जिनमें उनके बचपन से लेकर देश के शीर्ष संवैधानिक पद तक पहुंचने तक का सात दशक का जीवनकाल शामिल होगा।
President Kovind boards a special Presidential train from Safdarjung railway station to Kanpur. The train will make two stop-overs, at Jhinjhak and Rura of Kanpur Dehat, and will reach Kanpur Central in the evening. pic.twitter.com/ZuMpkGjqxP
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 25, 2021
ट्रेन कानपुर देहात के दो स्थानों झिंझक और रूरा पर रुकेगी, जहां राष्ट्रपति अपने स्कूल के दिनों और अपनी समाज सेवा के शुरुआती दिनों के परिचितों के साथ संवाद करेंगे। ये दोनों स्थान राष्ट्रपति के जन्म स्थान कानपुर देहात के गांव परौंख के नजदीक हैं, जहां 27 जून को उनके सम्मान में दो कार्यक्रम होने हैं।
पिछली बार एक राष्ट्रपति ने वर्ष 2006 में ट्रेन की यात्रा की थी, जब डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के कैडेट्स की पासिंग आउट परेड में शामिल होने के लिए एक विशेष ट्रेन से दिल्ली से देहरादून के लिए रवाना हुए थे। राष्ट्रपति भवन के अनुसार, रिकॉर्ड बताते हैं कि देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कई बार ट्रेन का सफर किया था। राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, उन्होंने बिहार की यात्रा के दौरान अपने जन्म स्थान सिवान जिले में जिरादेई का भ्रमण किया था। वह राष्ट्रपति की विशेष ट्रेन से छपरा से जिरादेई पहुंचे, जहां उन्होंने तीन दिन बिताए थे। उन्होंने ट्रेन से पूरे देश की यात्रा की थी।
डॉ. प्रसाद के बाद राष्ट्रपति बनने वालों ने भी देश के लोगों के साथ जुड़ने के लिए ट्रेन के सफर को प्राथमिकता दी थी।राष्ट्रपति कोविंद राज्य की राजधानी लखनऊ की अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए 28 जून को कानपुर सेंट्रल स्टेशन से ट्रेन से रवाना होंगे। 29 जून को, वह एक विशेष विमान से नई दिल्ली लौट आएंगे।