राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को चंद्रयान-2 अभियान के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए एक लोकप्रिय गीत की उत्साहजनक पंक्तियों का प्रयोग करते हुए कहा, “हम होंगे कामयाब, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन।” चंद्रयान-2 के तहत विक्रम माड्यूल को चंद्रमा की सहत पर तय योजना के मुताबिक उतारने की इसरो की योजना पूरी नहीं हो सकी। अंतिम क्षणों में लैंडर का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया।
राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि भारत अगली बार अपने चंद्र अभियान में सफल होगा। उन्होंने कहा कि जब वह श्रीहरिकोटा गए थे, तो उन्होंने खुद विशालकाय वाहक “बाहुबली” को देखा था। उन्होंने कहा, “हमने 3.84 लाख किलोमीटर की यात्रा सफलता के साथ पूरी की। केवल 2.1 किलोमीटर रह गए थे। इतने बड़े स्तर पर बची दूरी मामूली सी है। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।”
उन्होंने कहा, “मैं कहना चाहूंगा- हम होंगे कामयाब, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास हम होंगे कामयाब एक दिन।” राष्ट्रपति ने वैज्ञानिकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आने वाले समय में इसरो के अध्यक्ष के सिवन और उनकी टीम हमारे लिए आदर्श होगी।
दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व जताया है। उन्होंने चंद्रयान-2 के लिए इसरो के वैज्ञानिकों की प्रशंसा की और कहा कि पूरे देश को उनके प्रयासों पर गर्व है। नीतीश कुमार ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, “हमें इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए उनके (वैज्ञानिकों) प्रयासों पर गर्व है। पूरा देश इसरो के वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना कर रहा है और उनके साथ खड़ा है।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी ट्वीट किया, “हमें हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है। इसरो टीम ने चंद्रयान 2 के लिए कड़ी मेहनत की।” उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी और कहा कि देश उनके साथ है।