मणिपुर में आतंकियों ने असम राइफल्स के काफिले पर हमला किया है। हमले में असम राइफल्स के सीओ, उनके बेटे और पत्नी समेत 7 लोगों के शहीद हो गए हैं। जिसपर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मणिपुर में असम राइफल्स के एक दस्ते पर शनिवार को हुए उग्रवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे कायरतापूर्ण कृत्य से आतंकवाद के हर स्वरूप को समाप्त करने का हमारा संकल्प और मजबूत होता है।
राष्ट्रपति कोविंद का ट्वीट
The attack on the Assam Rifles convoy that led to martyrdom of our soldiers and family members in Manipur deserves unreserved condemnation. This cowardly act reaffirms our resolve to root out terror in all its forms and manifestations. We stand united with the bereaved families.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 13, 2021
राष्ट्रपति भवन ने राष्ट्रपति कोविंद के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘ मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमले में हमारे सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों की शहादत हुई है और यह घटना निंदनीय है।’’उन्होंने कहा कि इस कायरतापूर्ण कृत्य से आतंक के हर स्वरूप को समाप्त करने का हमारा संकल्प और मजबूत होता है।राष्ट्रपति ने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का ट्वीट
Deeply anguished by the martyrdom of five brave soldiers of Assam Rifles, including a Commanding Officer & two of his family members in Manipur today. My condolences to the bereaved family members. Strongly condemn this heinous act of terrorism.
— Vice President of India (@VPSecretariat) November 13, 2021
वहीं, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि वह मणिपुर में आज कमांडिंग अफिसर और उनके परिवार के दो सदस्यों सहित असम राइफल्स के पांच बहादुर जवानों की शहादत से काफी दुखी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के सदस्यों के साथ हैं। हम आतंकवाद के इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं। ’’
गौरतलब है कि मणिपुर में इस हमले में 46, असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर सहित पांच जवानों और उनके परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई।यह घटना म्यांमा सीमा से लगे चुराचांदपुर जिले में घटी। अलग ‘होमलैंड’ की मांग करने वाले मणिपुर के उग्रवादी संगठन ‘पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक’ (पीआरईपीएके) को इस हमले का जिम्मेदार माना जा रहा है। इस हमले में ‘आईईडी’ विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया।