राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोवा में पुर्तगालियों के 450 साल के शासन के अंत के उपलक्ष्य में बृहस्पतिवार को 58 वें मुक्ति दिवस पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी औपनिवेशिक शासन से राज्य को आजाद कराने में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया।
भारतीय सैन्य बलों ने गोवा में अभियान चलाकर 19 दिसंबर 1961 को इसे मुक्त कराया था। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘‘गोवा के मुक्ति दिवस पर हम औपनिवेशिक शासन से गोवा को मुक्त कराने के संघर्ष में सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं।
हम भारतीय सैन्य बलों के बहादुर प्रयास को सलाम करते हैं। सुनहरे और समृद्ध भविष्य के लिए इस सुंदर राज्य के लोगों को मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’’
नायडू ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘गोवा को औपनिवेशिक शासन से आजाद कराने में प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को गोवा मुक्ति दिवस पर मेरी श्रद्धांजलि। राष्ट्र इस मिशन में बहादुरी से लड़ने वाले हमारे सैनिकों का हमेशा शुक्रगुजार रहेगा।’’ गोवा मुक्ति आंदोलन छिटपुट विद्रोहों से शुरू हुआ था, लेकिन 1940 और 1960 में इसने जोर पकड़ा और आखिरकार गोवा को 1961 में पुर्तगालियों के शासन से मुक्त कराया गया।