केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा प्रदान की है। केंद्र ने मुर्मू को सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा जेड प्लस सिक्योरिटी कवर दिया है। गृह मंत्रालय ने IB की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर उन्हें सुरक्षा दी है।
सशस्त्र बल ने बुधवार तड़के एनडीए प्रत्यासी द्रौपदी मुर्मू (64) की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की राजद की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी होने की घोषणा की थी।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि इस घोषणा के तुरंत बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ को मुर्मू की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए अपने ‘वीआईपी’ सुरक्षा दल को तैनात करने का निर्देश दिया था।
देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला बन सकती हैं द्रौपदी मुर्मू
अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बन जाती हैं तो वे देश की पहली आदिवासी होंगी जो देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचेंगी। इससे पहले उन्हें देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल होने का गौरव प्राप्त है। झारखंड में राज्यपाल के तौर पर कुल 6 साल एक माह 18 दिन का उनका कार्यकाल निर्विवाद रहा। 18 मई 2015 को झारखंड की राज्यपाल के रूप में शपथ लेने के पहले द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में दो बार विधायक और एक बार राज्यमंत्री के रूप में काम कर चुकी थीं।