कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ 5वीं बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये चर्चा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था से जुड़ी कई चीजों पर उनके साथ विचार विमर्श कर रहे हैं। इसके साथ ही मजदूरों के पलायन और उनके जाने से आर्थिक गतिविधियों की बहाली में आने वाली समस्याओं पर चर्चा की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्य मिलकर काम कर रहे हैं। कैबिनेट सचिव, राज्यों के सचिव से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत की सफलता वैश्विक स्तर पर दिख रही है और भारत सरकार इस संबंध में सभी राज्य सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करती है। जैसे-जैसे हम एक साथ आगे बढ़ रहे हैं, हम वैसे ही बने रहेंगे।
मुख्यमंत्रियों से संवाद में प्रधानमंत्री ने कहा कि धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से, देश के कई हिस्सों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। आने वाले दिनों में यह प्रक्रिया आगे के निर्णयों को निश्चित करेगी। हमें महसूस करना चाहिए कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई पर अब और अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि तमिलनाडु में 31 मई तक ट्रेन सेवाओं की अनुमति ना दें। उन्होंने कहा, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि 31 मई तक नियमित हवाई सेवा शुरू न करें।
मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत कई मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल हुए।