पीएम नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के एक अपंग मरीज की पहली बार चौगुनी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करने के लिए एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों के प्रयास की सराहना की है। मोदी ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, चिकित्सा जगत में हमेशा नवाचार में सबसे आगे रहने और नए बदलावों को अपनाने के लिए डॉक्टरों को बधाई दी है। उनकी निपुणता हमें गौरवान्वित करती है।
कई नेताओं ने इस दुर्लभ सर्जरी करने की तारीफCompliments to our doctors for always being at the forefront of innovation and embracing new changes in the medical world. Their dexterity makes us proud! https://t.co/TsCaHhAxJP
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2023
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी दुर्लभ सर्जरी के लिए चिकित्सा संस्थान की सराहना की थी। एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक आशुतोष बिस्वास ने प्रधानमंत्री मोदी, मंडाविया और प्रधान के प्रेरक शब्दों के लिए आभार व्यक्त किया है।
महिला कौन-सी बिमारी से थी पीड़ित
केंद्रपाड़ा जिले के औल ब्लॉक की 37 वर्षीय महिला मरीज की सर्जरी की गई। दोनों तरफ के घुटने और कूल्हे के जोड़ों में गंभीर दर्द के साथ उन्हें एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था। वह रूमेटाइड आर्थराइटिस से पीड़ित थी। एम्स के अधिकारियों ने कहा कि वह कूल्हों और घुटनों की गंभीर गठिया की वजह से अपंग हो गई थी। कूल्हे के जोड़ों में कोई हलचल नहीं थी और उसके दोनों घुटनों में बहुत कम हलचल थी। उसे चारों जोड़ों की रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत थी।
डॉक्टरों की सर्जरी सफलतापूर्वक
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की एक टीम ने मरीज का मूल्यांकन किया और कूल्हे और घुटने के दोनों जोड़ों की एक ही सेटिंग में सर्जरी की योजना बनाई। एक सेटिंग में चार ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट से मरीज और सर्जन को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पहले कूल्हों का प्रतिस्थापन किया गया और तीन घंटे में सर्जरी पूरी हुई। मरीज को दो दिनों तक आईसीयू में रखा गया और दर्द से पर्याप्त राहत प्रदान की गई। उसने तीसरे दिन चलना शुरू किया और परिणामों से खुश थी। बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा प्रत्यारोपण और सर्जरी की लागत प्रदान की गई थी।
दुनियाभर में यह दूसरा मामला
यह विश्व स्तर पर रिपोर्ट किया जाने वाला दूसरा मामला है और ओडिशा में अपनी तरह का पहला मामला है, जहां सभी चार जोड़ों को एक ही सेटिंग में बदल दिया गया। इससे पहले केवल एम्स दिल्ली से ऐसा एक मामला सामने आया है, जिसमें ओडिशा के एक मरीज का एक ही सेटिंग में चारों जोड़ों को बदलकर ऑपरेशन किया गया था।