भारतीय संसद पर हुए हमले को आज 16 साल हो गए इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरूण जेटली, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद सिंह, संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार, रेल मंत्री पीयूष गोयल और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद लालकृष्ण आडवाणी तथा अन्य लोग मौजूद थे।
संसद हमले के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी। देश के अन्य राज्यों में भी कार्यक्रम आयोजित करके सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को याद किया गया तथा देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने का संकल्प लिया गया।
खतरनाक हथियारों से लैस लश्करे तैयबा और जैशे मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने संसद भवन पर अचानक हमला कर दिया था। लेकिन हमारे बहादुर सुरक्षा बलों ने सभी आतंकवादियों को ढेर करके हमले को नाकाम कर दिया था।
हमले में नौ लोग शहीद हुए थे तथा 18 घायल हुए थे। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कांस्टेबल कमलेश कुमारी ने सबसे पहले आतंकवादियों को देखा और सभी को अलर्ट किया। लेकिन वह आतंकवादियों की गोली का शिकार हुई और मौके पर ही शहीद हो गयी।
कांस्टेबल कमलेश के अलावा दिल्ली पुलिस के पांच जवान, राज्यसभा के दो कर्मचारी और एक माली ने जान गंवायी। एक आतंकवादी ने संसद के एक गेट के सामने खुद को उडा लिया था तथा चार अन्य को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था।
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