नयी शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) को आज एक वर्ष पूरा हो गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को सम्बोधित करेंगे। इस दौरान वह शिक्षा क्षेत्र से जुडी कई नीतियों की भी पहल कर सकते हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनईपी की पहली वर्षगांठ पर शिक्षा को समग्र, सस्ता, सुलभ और समतामूलक बनाने के संकल्प को दोहराने का गुरुवार को आह्वान किया।
शिक्षा मंत्री प्रधान ने ट्वीट किया, “एनईपी 2020 के एक वर्ष होने पर, शिक्षा को समग्र, सस्ता, सुलभ और न्यायसंगत बनाने के संकल्प को फिर से दोहराते हैं। 21वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए और भारत को जीवंत ज्ञान अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम करते हैं।”
Today, on the completion of 1 year of transformative reforms under the NEP, PM @narendramodi ji will launch multiple initiatives that will prove to be a significant milestone in realising several goals envisaged under the New Education Policy and guide us through his address.
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) July 29, 2021
उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, “एक साल पहले, इसी दिन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के तहत 21वीं सदी की दूरदर्शी शिक्षा नीति- एनईपी 2020 की शुरुआत प्रत्येक विद्यार्थी की क्षमता को खोलने, शिक्षा को सार्वभौमिक बनाने, क्षमता निर्माण करने और सीखने के परिदृश्य को बदलने के लक्ष्य से शुरू किया गया था।”
नई शिक्षा नीति ने 1986 में तैयार शिक्षा पर राष्ट्रीय नीति की जगह ली थी। इसका लक्ष्य स्कूल एवं उच्च शिक्षण प्रणालियों में परिवर्तनकारी सुधार के लिए मार्ग प्रशस्त कर भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। प्रधान ने कहा, “आज, एनईपी के तहत कायापलट करने वाले सुधारों के एक वर्ष पूरा होने पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कई पहलों की शुरुआत करेंगे जो नयी शिक्षा नीति के तहत परिकल्पित कई लक्ष्यों को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगे और उनके संबोधन से हमें मार्गदर्शन प्राप्त होगा।”