लुधियाना: नामुरीद खतरनाक बीमारी एचआईवी से तंग आकर लुधियाना में एक बुजुर्ग दंपति ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मरने से पहले उन्होंने पर्सनल डायरी में दो पन्नों का बाकायदा सुसाइड नोट लिखा, जिसमें आत्महत्या करने के कारणों के साथ-साथ अपनी तमाम प्रोपर्टी के बारे में भी जानकारी दी और यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों के आने से पहले उनका दाह संस्कार कर दिया जाएं। सुसाइड नोट में उन्होंने इसके लिए किसी को भी कसूरवार नहीं कहा और अपनी तमाम चीजें, प्रापर्टी, बैंक लॉकर, अकाउंटस और म्यूचियल फंड के बारेे में जानकारी देते हुए बेटा-बेटी को बराबर बांट देने की हिदायतें दी।
जानकारी के अनुसार महानगर के पाश इलाके राजगुरु नगर में रहने वाले एक दंपति ने बीमारी से तंग आकर अपने घर में जहरीला पदार्थ निगल लिया। जहरीला पदार्थ निगलने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी अपने एक रिश्तेदार को दी जो सरहिंद में रहते थे। जब तक वह सरहिंद से यहां पहुंचते तब तक दंपति की मौत हो गई। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद थाना सराभा नगर की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों के कब्जे से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उन्होंने लिखा कि वह अपनी मौत के जिम्मेदार खुद है। पुलिस ने जांच के बाद राजगुरु नगर के रहने वाले बलदेव कृष्ण (62) और उनकी पत्नी नीलम (60) का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है।
दोनों के बच्चे विदेश में रहते है। लिहाजा उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा। सूत्रों के अनुसार दोनों एचआईवी पाजिटिव थे। जांच अधिकारी एएसआई जसबीर सिंह ने कहा कि बलदेव और उनकी पत्नी नीलम सरकारी टीचर थे जो रिटायर्ड हो चुके थे। दोनों पिछले काफी समय से बीमारी से पीड़ित थे वह अपने इलाज करा रहे थे, लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। उन्होंने सुसाइड नोट लिखा और घर में पड़ा जहरीला पदार्थ निगल लिया। जिसके बाद उन्होंने अपने एक रिश्तेदार को फोन किया कि वह दोनों जहरीला पदार्थ निगल चुके है। उन्हें आकर बचा लें। बलदेव और नीलम का फोन सुनने के बाद सरहिंद में रहने वाले उनके रिश्तेदार तुरंत लुधियाना के लिए निकले, लेकिन जब तक वह पहुंचे तो उनकी मौत हो चुकी थी। एएसआई जसबीर सिंह ने कहा कि दोनों के बच्चे विदेश में रहते है। उन्होंने वहां से पत्र लिखा है कि उनके आने के बाद ही उनके माता पिता के शव का पोस्टमार्टम किया जाए। जसबीर ने कहा कि दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए है।
(सुनीलराय कामरेड)