कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों के भीतर आतंकवादियों द्वारा सात नागरिकों की हत्या किए जाने की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार को इस केंद्रशासित प्रदेश के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाना चाहिए।
आतंकियों द्वारा हमारे कश्मीरी बहनों-भाइयों पर बढ़ते हमले दर्दनाक और निंदनीय हैं। इस मुश्किल घड़ी में हम सब अपने कश्मीरी बहनों-भाइयों के साथ हैं।
केंद्र सरकार को तुरंत कदम उठाकर सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 8, 2021
आतंकियों द्वारा हमारे कश्मीरी बहनों-भाइयों पर बढ़ते हमले दर्दनाक और निंदनीय
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आतंकियों द्वारा हमारे कश्मीरी बहनों-भाइयों पर बढ़ते हमले दर्दनाक और निंदनीय हैं। इस मुश्किल घड़ी में हम सब अपने कश्मीरी बहनों-भाइयों के साथ हैं।’’ प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा, ‘‘केंद्र सरकार को तुरंत कड़े कदम उठाकर सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।’’
BJP की कश्मीरी पंडित समुदाय और बड़े पैमाने पर नागरिकों की रक्षा करने में असमर्थता का प्रत्यक्ष परिणाम
इससे पहले कांग्रेस के बयान में कहा गया कि “भाजपा सरकार की कश्मीरी पंडित समुदाय और बड़े पैमाने पर नागरिकों की रक्षा करने में असमर्थता इस क्षेत्र में उनके द्वारा पैदा की गई अस्थिरता का प्रत्यक्ष परिणाम है। आतंकवाद में वृद्धि और हिंसा में वृद्धि इस सरकार की कमजोरियों और उदासीन रवैये का प्रमाण है।”
आतंकवाद ना तो नोटबंदी से रुका ना धारा 370 हटाने से
वहीं पिछले महीने राज्य का दौरा करने वाले राहुल गांधी ने भी हत्याओं की निंदा की है। हिंदी में किए गए एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “कश्मीर में हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आतंकवाद ना तो नोटबंदी से रुका ना धारा 370 हटाने से – केंद्र सरकार सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल रही है। हमारे कश्मीरी भाई-बहनों पर हो रहे इन हमलों की हम कड़ी निंदा करते हैं व मृतकों के परिवारों को शोक संवेदनाएं भेजते हैं।”
पिछले पांच दिनों में घाटी में सात नागरिकों की हत्या हुयी है
जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों पर बढ़े हमलों के बीच श्रीनगर के ईदगाह इलाके में गुरुवार को आतंकवादियों ने एक महिला प्रधानाध्यापक समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी। पिछले पांच दिनों में घाटी में सात नागरिकों की हत्या हुयी है, जिनमें से छह की हत्या शहर में हुई है। मृतकों में से चार लोग अल्पसंख्यक समुदाय से थे।