केंद्र सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए कई बड़े कदम उठा रही है। कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है और इस क्षतिपूर्ति के लिए सांसदों , विधायकों के वेतन में कटौतियों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्तों पर भी कैंची चलायी गयी है। इस मामले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर हमला बोला है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि नहीं करने के सरकार फैसले को लेकर शनिवार को कहा कि सरकार को इस तरह के कदम उठाने के बजाय ‘सेंट्रा विस्टा’ परियोजना जैसे ‘गैरजरूरी खर्चे’ बंद करने चाहिए।
सरकारी कर्मचारियों का DA किस तर्क से काटा जा रहा है? जबकि इस दौर में उनपर काम का दबाव कई गुना हो गया है। दिन रात सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का भी DA कटने का क्या औचित्य है? तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को इससे बहुत कष्ट है। पेन्शन पर निर्भर लोगों ..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 25, 2020
.. को यह चोट क्यों मारी जा रही है?
सरकारें अपने अनाप शनाप खर्चे क्यों नहीं बंद करतीं? सरकारी व्यय में 30% कटौती क्यों नहीं घोषित की जाती? सवा लाख करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना, 20,000 करोड़ की नई संसद भवन परियोजना जैसे गैरजरूरी खर्चों पर रोक क्यों नहीं लगती? 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 25, 2020
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता किस तर्क से काटा जा रहा है? जबकि इस दौर में उन पर काम का दबाव कई गुना हो गया है।’’
प्रियंका ने सवाल किया, ‘‘दिन रात सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का भी महंगाई भत्ता कटने का क्या औचित्य है? तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को इससे बहुत कष्ट है। पेंशन पर निर्भर लोगों को यह चोट क्यों मारी जा रही है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकारें अपने अनाप शनाप खर्चे क्यों नहीं बंद करतीं? सरकारी व्यय में कटौती क्यों नहीं घोषित की जाती? सवा लाख करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना, 20,000 करोड़ रुपये की नई संसद भवन परियोजना (सेंट्रल विस्टा) जैसे गैरजरूरी खर्चों पर रोक क्यों नहीं लगती?’’