WHO द्वारा हमारी आशा बहनों को मिला सम्मान पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। UPA सरकार ने गांव-खेड़ों के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए आशा बहनों की नियुक्तियां की थीं। कोरोना के समय आशा बहनों ने अभूतपूर्व ढंग से, खुद की फिक्र किए बिना इस काम को किया। https://t.co/sCNbI3DyTn
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 23, 2022
प्रियंका गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, डब्ल्यूएचओ द्वारा हमारी आशा बहनों को मिला सम्मान पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। यूपीए सरकार ने गांव-खेड़ों के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए आशा बहनों की नियुक्तियां की थीं। कोरोना के समय आशा बहनों ने अभूतपूर्व ढंग से, खुद की फिक्र किए बिना इस काम को किया। डब्ल्यूएचओ ने रविवार को भारत की 10 लाख महिला आशा कार्यकतार्ओं को देश में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने और कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के अथक प्रयासों के लिए आशा बहनों को सम्मानित किया। ये आशा कार्यकर्ता ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने की प्रथम इकाई हैं। इनमें से अधिकतर ने भारत में महामारी के चरम दौर में घर-घर जा कर कोरोना पीड़ितों का पता लगाया और उनकी इलाज में मदद की।