लॉकडाउन से प्रभावित गरीब वर्ग के लोगों के लिए केंद्र की तरफ से मंगलवार को किसी तरह के वित्तीय पैकेज की घोषणा न होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री पर गरीबों के हितों को ध्यान में रखकर फैसले नहीं लेने का आरोप लगाया है।
उन्होंने ट्वीट किया,‘‘आखिर हर बार हर विपत्ति गरीबों और मजदूरों पर ही क्यों टूटती है। उनकी स्थिति को ध्यान में रखकर फैसले क्यों नहीं लिए जाते। उन्हें भगवान भरोसे क्यों छोड़ दिया जाता है। लॉकडाउन के दौरान रेलवे टिकटों की बुकिंग क्यों जारी थी। उनके लिए स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम क्यों नहीं किया गया।’’
..खत्म हो रहे हैं, स्टॉक का राशन खत्म हो रहा है, वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं-घर गाँव जाना चाहते हैं। इसकी व्यवस्था होनी चाहिए थी।
अभी भी सही प्लानिंग के साथ इनकी मदद की व्यवस्था की जा सकती है। मजदूर इस देश की रीढ़ की हड्डी हैं। @narendramodi जी भगवान के लिए इनकी मदद कीजिए। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 15, 2020
उन्होंने कहा,‘‘उनके पैसे खत्म हो रहे हैं, स्टॉक का राशन खत्म हो रहा है, वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं-घर गाँव जाना चाहते हैं। इसकी व्यवस्था होनी चाहिए थी। अभी भी सही प्लानिंग के साथ इनकी मदद की व्यवस्था की जा सकती है। मजदूर इस देश की रीढ़ की हड्डी हैं। नरेंद्र मोदी जी भगवान के लिए इनकी मदद कीजिए।’
गौरतलग है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 3 मई तक के लिए कर दिया है। हालांकि इस दौरान किसी तरह के वित्तीय पैकेज की घोषणा नहीं की गई। वित्तीय घोषणा न होने से विपक्ष ने प्रधानमंत्री को घेरे में लेते हुए कटाक्ष किया है।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा, हम लॉकडाउन बढ़ाने की मजबूरी समझते हैं। हम इस निर्णय का समर्थन करते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया, ”गरीबों को 40 दिनों (21+19) के लिए अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। पैसा है, खाद्य सामग्री है, लेकिन सरकार इन्हें जारी नहीं कर रही।”