राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस के 23वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए सभी पक्षों की सक्रिय भागीदारी तथा इच्छाशक्ति एवं कार्यान्वयन के अंतर को पाटने के लिए नवाचार के उपयोग की आवश्यकता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोविड-19 महामारी से दुनिया ने सही सबक लिया है।
उन्होंने कहा,‘‘भारत में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की प्रक्रिया में रोकथाम, रोग की पहचान या उपचार समेत हर स्तर पर बदलाव अवश्यंभावी हैं।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की कोई एक इकाई परिणाम नहीं दे सकती और न ही निष्कर्ष तक पहुंच सकती है। उन्होंने कहा,‘‘हालांकि कोविड-19 जैसे स्वास्थ्य संकट कभी कभार ही आते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों के एक वर्ग ने आगे इस तरह की चुनौतियों के लिए तैयार रहने को आगाह किया है।’’