लखनऊ : प्रदेश सरकार पर्यावरण के लिये खतरा बन चुके प्लास्टिक का उपयोग कर सड़क बनायेगी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज बताया कि लोक निर्माण विभाग अब नैनो टेक्नोलॉजी, प्लास्टिक कचरा, जूट जियो टैक्सटाइल्स, प्लाई ऐश इत्यादि का उपयोग कर नयी तकनीक से सड़क बनायेगा। उन्होंने कहा कि नयी तकनीक से सड़कें कम लागत में बनेंगी तथा अधिक टिकाऊ होंगी। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे से बनी सड़क पानी कम सोखेगी। आज प्लास्टिक कचरा तकनीक पूरे विश्व में लोकप्रिय हो रही है। इस तकनीक में गिट्टी के साथ प्लास्टिक चूरा मिलाया जाता है, इससे सड़क में प्लास्टिक की एक लेयर बन जाती है जो पानी को सड़क पर रूकने नहीं देती है और पानी नहीं सोखने के कारण ये सड़क जल्दी नहीं टूटती।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में ग्रामीण सड़कों के निर्माण में भी इस तकनीक का प्रयोग हो रहा है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि लोक निर्माण विभाग प्लास्टिक का उपयोग मार्ग निर्माण में करने के लिये केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के साथ जनपद बाराबंकी में कोठी-हैदरगढ़ मार्ग (अन्य जिला मार्ग) पर कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस तकनीक से अन्य मार्गों का निर्माण होगा।
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