बीते दिनों से पंजाब कांग्रेस में चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए अब पार्टी हाईकमान एक्टिव हो गया है। पंजाब के प्रभारी कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने बुधवार को कहा कि पंजाब के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू को मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति से जल्द मिलने के लिए बुलाया जाएगा और इस मुद्दे को जुलाई के पहले सप्ताह तक सुलझा लिया जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें पैनल से मिलने के लिए बुलाया जाएगा, रावत ने कहा, हां, वह फोन करेंगे। पंजाब में विधायकों के परिजनों को नौकरी मिलने के विवाद पर रावत ने कहा, फतेह सिंह बाजवा ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इससे पहले बुधवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा और सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें राज्य में बढ़ रही अंदरूनी कलह के बाद की स्थिति से अवगत कराया था।
बैठक के बाद सुनील जाखड़ ने कहा, उम्मीद है कि मौजूदा स्थिति का समाधान हो जाएगा और कुछ गलत लोग विधायकों के परिजनों को नौकरी देने के फैसले पर मुख्यमंत्री को सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व चर्चा कर रहा है।
जबकि पंजाब के सीएम के एक और धुरंधर प्रताप सिंह बाजवा ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की और कहा कि उन्होंने राज्य की जमीनी हकीकत और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।
उन्होंने जोर देकर कहा, पार्टी आलाकमान अगले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला करेगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य इकाई में तनाव को कम करने के लिए कदम बढ़ाया है क्योंकि उन्होंने परगट सिंह सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी।