कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद अपराह्न 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्य केंद्र के तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को बिना चर्चा के पारित कराने का मुद्दा उठा रहे थे।
प्रश्नकाल की शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने किया हंगामा
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने हाल में हुए उपचुनाव में दादरा नगर हवेली एवं दमन दीव से निर्वाचित सदस्य कलाबेन डेलकर से सदन की सदस्यता लेने का आग्रह किया। इसके बाद, अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही विपक्षी सदस्य अपनी बात रखते हुए शोर-शराबा करने लगे।
प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने देशी गौवंश से संबंधित प्रश्न पूछा और कहा कि विपक्ष किसानों से बात से नहीं करने दे रहा। वहीं, विपक्ष सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि यह प्रश्नकाल है, इसमें इतने महत्वपूर्ण सवाल हैं, ऐसे में ‘‘आप प्रश्न पूछिए’’।
लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष से की शान्ति बनाने की अपील
ओम बिरला ने कहा, ‘‘आप यहां चर्चा करने के लिये आए हैं। चर्चा करें तथा अच्छा वातावरण बनाये रखें।’’ बिरला ने शोर-शराबा कर रहे कुछ सदस्यों से कहा, ‘‘आप सदन में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन से जुड़ा मुद्दा उठाते हैं और अब इस पर सवाल आ रहा है, ऐसे में सवाल पूछें।’’ इस बीच, विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा। व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद 2 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।
हंगमे के बीच पारित हुए था कृषि कानून निरसन बिल
गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दे पर शोर-शराबा किया था। सदन में हंगामे के बीच ही तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को बिना चर्चा के मंजूरी प्रदान कर दी गई थी।