कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) की जांच के लिए जरूरी किट खरीदने में विलंब किया गया। उन्होंने कहा कि इसी कारण से आज देश में किट की कमी है और जांच की स्थिति के मामले में दूसरे देशों के मुकाबले भारत बहुत पीछे रह गया है।
India delayed the purchase of testing kits & is now critically short of them.
With just 149 tests per million Indians, we are now in the company of Laos (157), Niger (182) & Honduras (162).
Mass testing is the key to fighting the virus. At present we are nowhere in the game.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 14, 2020
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ”भारत ने जांच किट खरीदने में देरी की और अब इनकी भारी किल्लत है।” गांधी ने कहा, ” भारत में 10 लाख की आबादी पर 149 लोगों की जांच हुई है। इससे हम लाओस (157), नाइजर (182) और होंडुरास (162) जैसे देशों के समूह में शामिल हैं।” उन्होंने कहा कि ”बड़े पैमाने पर जांच इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है। फिलहाल इस मामले में हम कहीं नजर नहीं आ रहे।”
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वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कोरोना जांच तेज नहीं होने का आरोप लगाते हुए राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ” मैंने उप्र के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर जांच की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया था। राज्य में होने वाली मौतों में 5 की कोरोना जांच रिपोर्ट मौत के बाद आई।”
प्रियंका ने पत्र में दावा किया कि ”जांच की व्यवस्था अभी भी बहुत लचर है।” उन्होंने जांच की व्यवस्था को तेज व व्यवस्थित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा जांचें ही हमें सही तस्वीर दे सकती हैं।बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा कर चुके है। उन्होंने इस अहम फैसले को विश्वव्यापी महामारी को परास्त करने के लिए जरूरी बताया।